विज्ञापन

Rajasthan: ड्रीम होम्‍स कॉलोनी में पुल‍िस की छापेमारी, 884 फ्लैटों की जांच; 6 महिलाएं सह‍ित 2 दो दर्जन लोग ह‍िरासत में

Rajasthan: इससे पहले भी ड्रीम होम्‍स लोनी में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने नशे की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया था, जिसमें दो सरकारी शिक्षक एमडी ड्रग्स के साथ गिरफ्तार हुए थे.

Rajasthan: ड्रीम होम्‍स कॉलोनी में पुल‍िस की छापेमारी, 884 फ्लैटों की जांच; 6 महिलाएं सह‍ित 2 दो दर्जन लोग ह‍िरासत में
श्रीगंगानगर की बहुचर्चित ड्रीम होम्स कॉलोनी में सुबह पुलिस ने छापेमारी की.

Rajasthan: श्रीगंगानगर की बहुचर्चित ड्रीम होम्स कॉलोनी में सुबह पुलिस छापेमारी को अंजाम दिया गया. यह कार्रवाई IPS बी. आदित्य के नेतृत्व में की गई. रव‍िवार सुबह 5:30 बजे से 7:30 बजे तक चले इस तलाशी अभियान में 884 फ्लैटों की जांच की गई, और करीब दो दर्जन संदिग्धों को हिरासत में लिया गया, जिनमें छह महिलाएं भी शामिल हैं. यह कार्रवाई लगातार मिल रही अवैध गतिविधियों की शिकायतों के आधार पर की गई.

कॉलोनी में अवैध गतिविधियां  

ड्रीम होम्‍स कॉलोनी की छवि को गंभीर रूप से प्रभावित किया गया है. ड्रीम्‍स होम सोसाइटी साल 2021 में विकसित हुई थी. निर्माण के बाद से ही प्रबंधन की लापरवाही के चलते कॉलोनी में अवैध गतिविधियां और आपराधिक तत्वों का जमावड़ा बढ़ता चला गया. ब्रोकरेज और ऊंचे किराये के लालच में फ्लैटों को अनजान लोगों को सौंप दिया गया, इसका फायदा आपराधिक तत्व उठा रहे हैं, जो इलाके की शांति और सुरक्षा के लिए खतरा बन चुके हैं.

बिना नंबर प्लेट वाली गाड़ियों को किया सीज 

इस सघन तलाशी अभियान में ट्रैफ‍िक पुल‍िस की टीम भी मौजूद थी. कई ऐसे वाहन, जो बिना नंबर प्लेट के कॉलोनी में खड़े थे, उन्हें सीज कर अपने कब्जे में लिया गया. यह कदम कॉलोनी में आपराधिक गतिविधियों के नेटवर्क पर लगाम लगाने की दिशा में अहम माना जा रहा है. पुलिस कार्रवाई के बाद ड्रीम होम्स कॉलोनी में रहने वाले नागरिकों ने राहत की सांस ली.

पहले भी लोगों ने प्रशासन को कराया था अवगत 

कई लोगों ने कहा कि अब जाकर कॉलोनी में कानून का भय दिखाई दे रहा है, डर के माहौल में जी रहे रहवासी अब चाहते हैं कि प्रशासन इस तरह की कार्रवाई हर महीने करे, जिससे अपराधियों को यहां पनाह ना मिल सके. ड्रीम होम वेलफेयर सोसाइटी के लोगों ने बताया कि उन्होंने इस विषय में पहले भी प्रशासन को अवगत कराया था. 17 जून को जिला कलेक्टर की जनसुनवाई में भी समिति ने इस मामले को गंभीरता से उठाया था.

पुलिस लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही 

लोगों का कहना है कि अगर यूआईटी ने समय रहते कॉलोनी का नियंत्रण समिति को सौंप दिया होता, तो स्थिति इतनी बिगड़ती नहीं. इस छापेमारी से कॉलोनी में रहने वाले अपराधी किस्म के लोगों में डर देखने को मिला है. कुछ संदिग्धों ने अपना पता और पहचान तक बताने से इनकार कर दिया. पुलिस अब सभी हिरासत में लिए गए लोगों की पूरी पृष्ठभूमि की जांच कर रही है.

श्रीगंगानगर से भरत शर्मा की रिपोर्ट...

यह भी पढ़ें:  पेपर लीकर पर सरकार ने जारी की रिपोर्ट, विपक्ष ने बताया युवाओं से धोखा

Rajasthan.NDTV.in पर राजस्थान की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार, लाइफ़स्टाइल टिप्स हों, या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें, सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे:
Close