
Rajasthan Coaching Controversy: राजस्थान में कोचिंग को लेकर नया विवाद सामने आ गया है. दरअसल शनिवार को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कोचिंग कल्चल को खतरनाक बताता हुए कहा था कि यह बच्चों को रोबोट बना रहा है. उपराष्ट्रपति धनखड़ द्वारा दिए गए बयान पर पूर्व मंत्री, कांग्रेस विधायक शांति धारीवाल ने आपत्ति दर्ज करवाई है और इस बयान को गैर जिम्मेदारा बताया है.
सुनते रह गए दो मंत्री और विधायक: धारीवाल
शांति धारीवाल ने कहा कि "जगदीप धनकड़ को मैं व्यक्तिगत रूप से भी जानता हूं. उनकी हमेशा उल्टे-सीधे बयान देने की आदत है, दुख की बात यह है कि कोटा में ट्रिपल आईटी के दीक्षांत समारोह में वो कोटा कोचिंग पर उलूल-जलूल बोलते रहे और राजस्थान सरकार के कोटा से दो मंत्री और विधायक सामने बैठे कोटा कोचिंग के बारे में सुनते रहे."
Coaching centres have turned out to be poaching centres. They have become black holes for talent in regimented silos.
— Vice-President of India (@VPIndia) July 12, 2025
Coaching centres are mushrooming. This is menacing for our youth who are our future.
We must address this malice that is worrisomely concerning. We cannot… pic.twitter.com/QPZXoEUuT3
'कोचिंग पर ताला लगवाना चाहते हैं उपराष्ट्रपति'
धारीवाल ने बयान जारी कर कहा है कि "जब से भाजपा की सरकार बनी है, तबसे कोचिंग में गिरावट आई है. भाजपा के मंत्री और नेता हमेशा कोचिंग के खिलाफ रहे हैं. इसका सबूत भी समय-समय पर सामने आया है, जबकि कोटा की कोचिंग ने देश को लाखों डॉक्टर और इंजीनियर दिए हैं.
दुनिया के बेहतरीन संस्थानों में कोटा से कोचिंग करके गए निर्धन वर्ग के कई छात्र प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. लेकिन उपराष्ट्रपति द्वारा दीक्षांत समारोह के दौरान कोचिंग पर दिए गए बयानों से लगता है कि वह कोटा कोचिंग पर ताले लगवाना चाह रहे हैं."
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