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Sikar Bus Accident: 11 दिन में पूरी करनी होगी सीकर हादसे की जांच, ADM समेत इन अधिकारियों को सौंपी गई जिम्मेदारी

Sikar Accident: इस जांच के दौरान पता लगाया जाएगा कि एक्सीडेंट के लिए जिम्मेदार कौन है? सड़क निर्माण विभाग से इस हादसे की जिम्मेदारी कौन लेगा? जैसे सवालों का जवाब ढूंढा जाएगा.

Sikar Bus Accident: 11 दिन में पूरी करनी होगी सीकर हादसे की जांच, ADM समेत इन अधिकारियों को सौंपी गई जिम्मेदारी

Rajasthan News: दीपावली की खुशियों के बीच सीकर जिले के लक्ष्मणगढ़ में मंगलवार दोपहर बाद बस चालक की लापरवाही कई परिवारों को गहरे जख्म दे गई. सुजानगढ़ से नवलगढ़ जाने वाली तेज रफ्तार प्राइवेट बस लक्ष्मणगढ़ स्थिति बीकानेर जयपुर मार्ग पर बने पुलिया से टकरा गई. बस की रफ्तार का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि बस का ड्राइवर साइड का हिस्सा पूरी तरह से चकनाचूर हो गया. हादसे में 12 लोगों की मौत हो गई. वहीं करीब तीन दर्जन लोग घायल हो गए. 

30 घायल अस्पताल में भर्ती

हादसे के बाद बस में सवार लोगों की चीख पुकार शुरू हो गई. इसके बाद आसपास मौजूद लोगों और राहगीरों ने बड़ी मुश्किल से घायलों को बस की खिड़कियों और दरवाजा से बाहर निकाल कर लक्ष्मणगढ़ अस्पताल पहुंचाया. जहां से करीब 30 घायलों को सीकर के एसके अस्पताल रेफर किया गया. करीब आधा दर्जन से ज्यादा गंभीर घायलों को जयपुर पर किया गया. हादसे की सूचना पर संभागीय आयुक्त, सीकर रेंज आईजी, जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक सहित जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग के अधिकारी भी घटनास्थल पहुंचे. वहीं हादसे की सूचना मिलने के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने फोन कर यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा एवं खाद एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा को हालात का जायजा लेने के लिए सीकर भेजा. दोनों मंत्रियों ने अस्पताल पहुंचकर घायलों की कुशलक्षेम पूछी.

11 दिन में पूरी होगी जांच

इस हादसे के बाद शासन सचिव एवं आयुक्त परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग शुचि त्यागी ने सीकर जिला कलेक्टर मुकुल शर्मा को निर्देश दिया है कि हादसे की विस्तृत जांच वरिष्ठ अधिकारियों से करवाए और हादसे के कारणों की जानकारी जुटाई जाएं. उच्च अधिकारियों के निर्देश पर जिला कलेक्टर ने प्रशासनिक अधिकारियों के संयुक्त जांच दल का गठन किया है, जिसमें सीकर के अतिरिक्त जिला कलेक्टर, एडिशनल एसपी, एनएच, एसएच के सीकर जिले के वरिष्ठ अधिकारी, सीएमएचओ, प्रादेशिक परिवहन अधिकारी को संयुक्त रूप से जांच सौंप गई है. जांच टीम द्वारा सड़क दुर्घटना के समस्त पहलुओं की विस्तृत जांच एवं दुर्घटना के लिए उत्तरदाई व्यक्ति, सड़क निर्माण एवं उसके संधारण के लिए उत्तरदाई विभाग के उत्तरदायित्व का निर्धारण, आपातकालीन चिकित्सा सहायता उपलब्ध होने की स्थिति और भविष्य में इस प्रकार की दुर्घटनाओं की पुनरावृति ना हो इसके बारे में जांच कर सुझाव रिपोर्ट 10 नवंबर तक भिजवाने के निर्देश दिए गए हैं.

हादसे में इनकी हुई मौत 

लक्ष्मणगढ़ में हुए बस हादसे में अभी तक 12 मृतकों के नाम की पुष्टि की गई है. लक्ष्मणगढ़ निवासी आनंद कंवर (40) पत्नी केशव सिंह, लक्ष्मणगढ़ के वार्ड नंबर 33 निवासी सीमा वाल्मीकि (22), लक्ष्मणगढ़ इलाके के सेठों की ढाणी (राजस) निवासी विनीता, लक्ष्मणगढ़ के वार्ड नंबर 23 निवासी सोहनी देवी पत्नी मिठू राम बैरवा, लक्ष्मणगढ़ निवासी सरोज पत्नी सुभाष वाल्मीकि, सीकर निवासी बाबूलाल (30) पुत्र आसाराम, बासनी निवासी गिरधर कंवर पत्नी किशन सिंह, भूमा बासनी निवासी किरण कंवर, नेछवा के नरसास निवासी कमला (35), जाजोद निवासी बनारसी मेघवाल (55), फतेहपुर के कारंगा बड़ा निवासी नीरज उर्फ आदित्य मेघवाल (16), खाजूवाला (बीकानेर) निवासी ड्राइवर प्रमोद सिंह (35) को मृत घोषित किया गया है.

नर्सिंग अधिकारी विनीता मृत घोषित

लक्ष्मणगढ़ में हुआ सड़क हादसा कई लोगों को गहरे जख्म दे गया. हादसे का दुखद संयोग यह भी रहा कि लक्ष्मणगढ़ इलाके के सेठों की ढाणी (राजास) निवासी नर्सिंग अधिकारी विनीता हर रोज की तरह बस से अपने गांव से लक्ष्मणगढ़ जिला अस्पताल में अपनी ड्यूटी पर आ रही थी. विनीता के लक्ष्मणगढ़ ड्यूटी पर पहुंचने से पहले ही उसकी हादसे में दर्दनाक मौत हो गई. दुखद सहयोग रहा कि विनीता जिस लक्ष्मणगढ़ के जिला अस्पताल में नर्सिंग अधिकारी के पद पर ड्यूटी करने के लिए आ रही थी. हादसे के बाद इस जिला अस्पताल में चिकित्सकों ने विनीता को मृत घोषित किया.

बस में खड़ी सवारियां हुईं ज्यादा घायल

बस में सवार घायल प्रत्यक्षदर्शी मंगलूना निवासी कनिका ने जानकारी देते हुए कहा कि वह भी अपने भाई के साथ बस में सवार थी. बस ओवर स्पीड होने के लक्ष्मणगढ़ पुलिया के नजदीक घुमाव पर टर्न नहीं ले पाई और सामने पुलिया से जा टकराई. लक्ष्मणगढ़ पहुंचने से करीब चार-पांच किलोमीटर पहले ही बस चालक और परिचालक ने लक्ष्मणगढ़ की सभी सवारियों को लक्ष्मणगढ़ उतारने के लिए सीट से खड़ा कर दिया था, जिससे भी ज्यादा लोग घायल हुए. इसके साथ ही बस भी काफी रफ्तार से चल रही थी, जिसके चलते लक्ष्मणगढ़ पुलिया के पास बस घुमाव नहीं ले सकी और अचानक पुलिया से जा टकराई.

दिवाली की खरीदी करने जा रहे थे कई यात्री

बस में सवार कई सवारियां ऐसी थीं जो दीपावली की खरीदारी करने के लिए लक्ष्मणगढ़ आ रही थीं, जिनमें अधिकतर महिलाएं थीं. बस सवार बासनी गांव की रहने वाली सरोज अपनी छोटी बहन वंशिका के साथ दीपावली पर कपड़े लेने के लिए बस से लक्ष्मणगढ़ आ रही थी कि लक्ष्मणगढ़ पहुंचते ही हादसा हो गया. हादसे में महिला सरोज की रीड की हड्डी में चोट लगी तो वहीं छोटी बहन वंशिका के सिर में पैर में चोट आई.

केंद्र-राज्य से सहायता राशि की घोषणा

लक्ष्मणगढ़ में हुए भीषण हादसे पर राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राज्यपाल हरिभाऊ बागडे, मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा सहित कई लोगों ने सोशल मीडिया के माध्यम से भी गहरी संवेदना व्यक्त की है. वहीं हादसे के बाद केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री आपदा रात कोस से मृतकों के आश्रितों को दो-दो लाख रुपए एवं घायलों को 50-50 हजार रुपए देने की घोषणा की है. वहीं खाद एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से मृतकों के आश्रितों को पांच-पांच लाख रुपए एवं गंभीर घायलों को 50-50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी.

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