
Rajasthan News: राजस्थान के सीकर जिले में पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विश्वविद्यालय में शुक्रवार को प्रवेश प्रक्रिया के दौरान छात्र संगठनों के बीच जमकर झगड़ा और मारपीट हुई. जिसमें छात्र संगठन एनएसयूआई, एबीवीपी, एसएफआई और निर्दलीय छात्रों के बीच हुए इस विवाद में लाठी-डंडे चले, जिससे विश्वविद्यालय परिसर में दहशत का माहौल बन गया. वहीं सूचना मिलते ही दादिया थाना पुलिस मौके पर पहुंची और कई छात्र नेताओं को हिरासत में लिया.
जानें क्या है विवाद की वजह
जानकारी के अनुसार यह झगड़ा विश्वविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया और फीस वृद्धि को कम करने की मांग को लेकर हुआ. छात्र संगठन एसएफआई लंबे समय से फीस वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन कर रहा है. बीते दिन भी एसएफआई और अन्य छात्रों ने मिलकर विरोध प्रदर्शन किया था, जिससे एनएसयूआई, एबीवीपी और निर्दलीय छात्र नेताओं में नाराजगी थी.
आज दोपहर करीब 12 बजे एसएफआई और निर्दलीय छात्र नेता युवराज सिंह के बीच कहासुनी हुई, जो देखते ही देखते मारपीट में बदल गई. इस दौरान एनएसयूआई और एबीवीपी के कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंचे, जिसके बाद स्थिति और बिगड़ गई.
छात्र संगठनों ने लगाया आरोप-प्रत्यारोप
एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष ओमप्रकाश नागा ने बताया कि उनके कार्यकर्ता प्रवेश प्रक्रिया में नए छात्रों की मदद कर रहे थे. तभी कुछ उपद्रवी लोग आए और उनके कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की. पुलिस के पहुंचने पर ये लोग भाग गए. वहीं एबीवीपी के राहुल डोरवाल ने आरोप लगाया कि कुछ बाहरी लोग शराब पीकर आए और उनके कार्यकर्ताओं पर हमला किया. उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन से दोषियों पर कार्रवाई की मांग की.
शराब पीकर हुई मारपीट
इसके साथ ही निर्दलीय छात्र नेता युवराज सिंह ने एसएफआई को गुंडा संगठन बताते हुए कहा कि उनके कार्यकर्ता शराब पीकर आए और मारपीट की. उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन पर भी दुर्व्यवहार का आरोप लगाया. वहीं दूसरी ओर एसएफआई के प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र कुमार ने कहा कि उनके कार्यकर्ता छात्रों की मदद के लिए शिविर में थे, तभी एनएसयूआई, एबीवीपी और निर्दलीय नेताओं ने उन पर लाठी-डंडों से हमला किया.
पुलिस ने छात्र नेता को लिया हिरासत में
विश्वविद्यालय में हुए इस बवाल की सूचना पर दादिया थाना पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और कई छात्र नेताओं को हिरासत में लिया. पुलिस मामले की जांच कर रही है. इस घटना ने विश्वविद्यालय में तनाव की स्थिति पैदा कर दी है और छात्रों में डर का माहौल है.
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