Organ Transplant NOC Case: ऑर्गन ट्रांसप्लांट मामले में जयपुर के सवाई मान सिंह मेडिकल कॉलेज के प्रिसिंपल डॉ. राजीव बगरहट्टा ने भी अपना इस्तीफा दे दिया है. इससे पहले अस्पताल अधीक्षक डॉ. अचल शर्मा ने भी अपनी इस्तीफा दे दिया था. इन दोनों का इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है. हालांकि अभी स्टेट ऑर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट ऑर्गेनाइजेशन (सोटो) के चेयरमैन डॉ. सुधीर भंडारी ने इस्तीफा नहीं दिया है.
ऑर्गन ट्रांसप्लांट मामले की सच्चाई सामने आने के बाद सरकार ने इन तीनों जिम्मेदार अधिकारियों से इस्तीफा मांगा था. जिसके बाद सोमवार को पहले अधीक्षक डॉ. अचल शर्मा और फिर अब एसएमएस के प्रिसिंपल राजीव बगरहट्टा ने अपना इस्तीफा दे दिया है.
राजीव बगरहट्टा का भी इस्तीफा हुआ मंजूर
एसएमएस कॉलेज के प्राचार्य डॉ राजीव बगरहट्टा ने दिया सोमवार शाम इस्तीफा दिया. जिसे स्वास्थ्य विभाग ने मंजूर कर लिया है. इससे पहले अधीक्षक डॉ अचल शर्मा का इस्तीफा भी मंजूर हुआ था. एसएमएस अस्पताल को अंतरिम प्राचार्य और अधीक्षक मिलेंगे. इन दोनों अधिकारियों पर यह कार्रवाई ऑर्गन ट्रांसप्लांट के लिए फर्जी एनओसी देने के मामले में हुई है.
भंडारी का पद से इस्तीफा देने से इनकार
हालांकि अभी राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेस (RUHS VC) के वीसी डॉ. सुधीर भंडारी ने अपने पद से इस्तीफा देने से इनकार कर दिया. उनकी दलील थी कि वे सोट्टो का हिस्सा ही नहीं हैं तो इस्तीफा क्यों देंगे? डॉ भंडारी ने कहा वे सोट्टो का हिस्सा नहीं हैं. हालांकि, सवाल ये है कि पिछले साल सितंबर माह में सर्टिफिकेट पर सोट्टो के चेयरमैन होने के नाते सिग्नेचर कैसे हैं?
भंडारी इस्तीफा नहीं देंगे तो हम जांच करेंगे- स्वास्थ्य मंत्री
सितंबर माह में हुए ऑर्गन ट्रांसप्लांट कॉर्डिनेटर के प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभागियों को दिए गए प्रमाण पत्र पर डॉ सुधीर भंडारी ने बतौर सोट्टो चेयरमैन सिग्नेचर किए थे. फिलहाल स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें चेयरमैन पद से हटा दिया है. अब आरयूएचएस के वाइस चांसलर पद से हटाने के लिए राज्यपाल को रिपोर्ट भेजी जाएगी. उधर इस मसले में स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने कहा कि हमने डॉ सुधीर भंडारी को इस्तीफा देने के लिए कहा है. अगर वो इस्तीफा नहीं देंगे तो हम जांच करेंगे.
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