
Ashok Gehlot Interview: पहलगाम आतंकी हमले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सुरक्षा एजेंसियों पर गंभीर सवाल उठाए हैं. NDTV से बातचीत में गहलोत ने कहा कि हमले में सुरक्षा की बड़ी चूक हुई है, जिसकी पब्लिकली स्वीकारोक्ति और उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि जिस स्थान पर आम नागरिक को भी कई स्तर की जांच से गुजरना पड़ता है, वहां आतंकी हथियारों के साथ कैसे पहुंच गए और सुरक्षित निकल भी गए, यह एक बड़ा सवाल है.
गहलोत ने इस मुद्दे को सांप्रदायिक रंग देने की प्रवृत्ति पर नाराज़गी जताते हुए कहा कि ऐसे वक्त में हिंदू-मुस्लिम की राजनीति की बजाय आतंकवाद को करारा जवाब देने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बावजूद कश्मीर में आतंकवाद नहीं रुका है और साथ ही बेरोजगारी की समस्या और बढ़ गई है. उन्होंने कहा कि कश्मीर का हर नागरिक, चाहे हिंदू हो या मुस्लिम, इस हमले से आहत है.
''उम्मीद है कि कार्रवाई भी होगी''
पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंध पर्याप्त नहीं हैं और अब ठोस संकल्प के साथ कड़े फैसले लेने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री स्वयं बयान दे रहे हैं, तो उम्मीद है कि कार्रवाई भी होगी. गहलोत ने कहा कि यह आतंकवाद को जड़ से समाप्त करने का सही समय है और कांग्रेस सहित सभी राजनीतिक दल इस मुद्दे पर NDA सरकार के साथ हैं.
''जल्द सहायता पैकेज की घोषणा की जाए''
जयपुर के युवक नीरज बुधवानी की मौत पर शोक जताते हुए गहलोत ने बताया कि उन्होंने नीरज की मां से मुलाकात की जो बेहद मार्मिक क्षण था. उन्होंने कहा कि वह दृश्य वे देख नहीं पाए. साथ ही उन्होंने राजस्थान सरकार से मांग की कि पीड़ित परिवार के लिए जल्द से जल्द सहायता पैकेज की घोषणा की जाए. उन्होंने याद दिलाया कि कारगिल युद्ध के समय उन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुए पहली बार ऐसा पैकेज शुरू किया था और वर्तमान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को भी इस दिशा में शीघ्र पहल करनी चाहिए.
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