Tina Dabi: जालोर जिला कलेक्टर डॉ. प्रदीप के. गावंडे की तबियत खराब हो गई. बाड़मेर जाते समय उनकी अचानक तबियत खराब हो गई. पेट में दर्द होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. डॉ. प्रदीप के गावंडे आईएएस टीना डाबी के पति हैं. टीना डाबी बाड़मेर जिला कलेक्टर हैं.
पेट में दर्द होने पर लाया अस्पताल
राजकीय अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि जिला कलेक्टर के पेट में अचानक दर्द होने से उन्हें अस्पताल में लाया गया. सोनोग्राफी करवाने के बाद 108 एम्बुलेंस की मदद से बाड़मेर रवाना कर दिया गया है. जालोर जिला कलेक्ट्रेट डॉ. प्रदीप के. गावंडे बाड़मेर जा रहे थे इस दौरान उनकी अचानक तबीयत बिगड़ी गई.
पत्नी टीना डाबी से मिलने जा रहे थे बाड़मेर
जालोर ज़िला कलेक्टर डॉ. प्रदीप गावंडे पत्नी से मिलने के लिए बाड़मेर जा रहे थे. इस दौरान बीच रास्ते में ही उन्हें असहनीय दर्द होने लगा, जिसके कारण चेकअप के लिए कलक्टर रास्ते में सायला के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पहुंचे, वहां करीब एक घंंटे तक भर्ती रहना पड़ा.
पेट में हो रहा था असहनीय दर्द, बढ़ गया था बीपी
केंद्र प्रभारी डॉ रघुनंदन विश्नोई ने बताया कि कलक्टर डॉ गावंडे को पेट मे बेहद असहनीय दर्द होने लगा था, उनका ब्लड प्रेशर (बीपी) बढ़ गया था. दर्द इतना था कि सहन करना मुश्किल हो रहा था, जिसके कारण यहां उपचार कर करीब एक घण्टा भर्ती रखना पड़ा. सीएचसी में सोनोग्राफी मशीन की व्यवस्था नहीं होने के कारण कलक्टर को निजी अस्पताल लाइफ केयर में ले जाया गया, जहां उनकी सोनोग्राफी की गई.
पेट में निकला स्टोन
सोनोग्राफी में सामने आया कि उनके पेट में स्टोन (पथरी) है. एक पथरी ऊपरी हिस्से में थी, जबकि एक स्टोन निचले हिस्से तक पहुंच गई थी, लेकिन उच्च स्तर की मशीन की व्यवस्था के अभाव में निचले स्तर की पथरी को स्कैन करने में मुश्किल हुई, ऐसे में उपचार से राहत मिलने के कारण कलक्टर बाड़मेर के लिए निकल लिए. चिकित्सकों ने बाड़मेर में रेडियोलॉजिस्ट से जांच करवाने की सलाह दी है.
2013 बैच के आईएएस अफसर हैं प्रदीप
डॉ. प्रदीप गावंडे 2013 बैच के आईएएस हैं. यूपीएससी परीक्षा पास करने से पहले उन्होंने MBBS की डिग्री हासिल की थी. उन्होंने औरंगाबाद से MBBS किया था. बीकानेर के आयुक्त पद से ट्रांसफर करके उन्हें जालोर जिला कलेक्टर बनाया गया. प्रदीप राजस्थान राज्य खान एवं खनिज निगम लिमिटेड एवं निदेश पेट्रोलियम उदयपुर रहे हैं.