
बुधवार शाम को लाखनी बांडी नदी के पुलिए पर एक दर्दनाक हादसा हुआ, जब धुंबड़िया निवासी विक्रम कुमार हरिजन अपने पुत्र के साथ नदी का नजारा देखने पहुंचा. इसी दौरान अचानक उनका पैर फिसल गया और वह तेज बहाव में बहकर नदी में डूब गया. घटना के तुरंत बाद अफरा-तफरी मच गई.
SDRF की दो टीमें पहुंचीं
सूचना मिलने पर ग्राम विकास अधिकारी सुरेश बिश्नोई, पटवारी रामजीवन बिश्नोई और स्थानीय गोताखोरों ने मिलकर रेस्क्यू अभियान शुरू किया. गंभीर स्थिति को देखते हुए भीनमाल से एसडीआरएफ की दो टीमें मौके पर पहुंचीं.
बांडी और सुकड़ी नदियां उफान पर
इस दौरान तहसीलदार बाबूलाल, आईएलआर गोपाल बिश्नोई, थानाधिकारी हुक्माराम और सरपंच हिमताराम भी घटनास्थल पर पहुंचे और परिजनों को ढांढस बंधाया. वर्तमान में जवाई बांध के गेट खुलने से बांडी और सुकड़ी नदियां उफान पर हैं, जिससे पुलिया व नाले बेहद खतरनाक हो चुके हैं.
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
प्रशासन ने बार-बार चेतावनी दी थी, लेकिन बावजूद इसके लोग नदियों का दृश्य देखने पहुंचते रहे, जिससे हादसे बढ़ते जा रहे हैं. ग्रामीण प्रशासन से पुलिए पर सुरक्षा बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. रेस्क्यू ऑपरेशन अभी भी जारी है.
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