
Udaipur Heavy rain: उदयपुर में बारिश ने तबाही मचा दी है. कल (6 सितंबर) शुरू हुई मूसलाधार बारिश से नदी-नाले उफान पर आ गए. कही पुलिया टूटी तो कही घरों में पानी घुसा. इस रिकॉर्ड तोड़ बारिश ने कई वर्षों बाद शहरी क्षेत्र को डूबा दिया. हालात ऐसे बन गई कि शहर की आयड़ नदी तेज बहाव से बहने लगी और लोग घरों में फंस गए. नदी में युवक 7 घंटे तक फंसा रहा और काफी मशक्कत के बाद सेना की मदद से सुरक्षित निकाल लिया गया. रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए आर्मी के ड्रोन से मोटी रस्सी युवक तक पहुंचाई गई. इसके बाद लाइफ जैकेट और ट्यूब के सहारे युवक को रस्सी से खींच कर बाहर निकाला जा सका.
जालोर कलेक्ट्रेट में चेंबर के बाहर गिरा प्लास्टर
जालौर में 5 से 7 घंटे से लगातार तेज बारिश के बीच हालात भयावह बन गए. कलेक्टर कार्यालय के चेंबर के बाहर ऊपर का प्लास्टर अचानक भरभराकर गिर पड़ा, गनीमत रही कि बड़ा हादसा टल गया. जानकारी के मुताबिक, दिनभर तेज बारिश के बाद दीवार और छत के हिस्से से पानी रिसने से प्लास्टर ढीला होकर गिर गया. कार्यालय आने-जाने वाले कार्मिकों और आमजन ने इस घटना को गंभीर बताया है और भवन की मरम्मत व सुरक्षा इंतज़ाम जल्द से जल्द करने की मांग की है.
अगले 48 घंटे भी खतरा बरकरार
राजस्थान के कई जिलों में जारी बारिश से फिलहाल राहत मिलती नहीं दिख रही है. अगले 48 घंटे कई हिस्सों में जलभराव, यातायात प्रभावित होने और निचले इलाकों में पानी भरने की स्थिति बन सकती है. मौसम विभाग ने भारी से अति भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया है. एहतियातन अजमेर, बूंदी, उदयपुर और अलवर जिलों में स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी गई है.
उदयपुर, कोटा और जोधपुर के लिए अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार, मध्य प्रदेश के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र अब और अधिक तीव्र होकर 'वेल मार्क्ड लो प्रेशर' एरिया में बदल चुका है, जो वर्तमान में उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश और उससे सटे पूर्वी राजस्थान पर केंद्रित है. यह प्रणाली अगले 48 घंटों में पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ेगी. 7 सितंबर की सुबह तक यह दक्षिणी राजस्थान पर एक कम दबाव क्षेत्र के रूप में विकसित हो सकती है. इस मौसमी सिस्टम के असर से उदयपुर, कोटा और जोधपुर संभाग के कई हिस्सों में अगले 3-4 दिनों तक भारी से अति भारी वर्षा की संभावना है.
यह भी पढ़ेंः भारी जलस्तर बढ़ने पर जवाई बांध के खोले गए 7 गेट, जालोर प्रशासन ने जारी किया अलर्ट