Udaipur Loot Case: उदयपुर में ज्वेलर को मारने वाला CISF का जवान है जो छुट्टी लेकर रोहतक में अपने खरकड़ा गांव आया हुआ था. गिरफ्तार आरोपी विकास चौधरी वर्तमान में मुंबई पोर्ट पर तैनात है. इस वारदात में फरार दो आरोपी आशीष चौधरी और संदीप चौधरी उसके दोस्त हैं. पुलिस के आरोपी से पूछताछ के दौरान कई अहम बातों के खुलासे किए हैं.
दोस्तों को पहले भेज दिया था उदयपुर
आरोपी विकास ने पुलिस को बताया कि वह घटना से एक दिन पहले (20 मार्च) उदयपुर आया था. उसके दोनों साथी आशीष चौधरी और संदीप चौधरी तीन दिन पहले से ही उदयपुर आ गए थे. वे दोनों कई बार ज्वेलर्स के यहां पर फर्जी ग्राहक बनकर गए. 20 मार्च को इन तीनों ने मिलकर जैनम ज्वैलर्स की रेकी की और ज्वेलर्स की दुकान के आस-पास कई घंटों तक घूमते रहे. इसके बाद उन्होंने लूट को किस तरह से अंजाम दिया जाए, उसका प्लान बनाया.
रेकी के बाद तय हुई लूट की टाइमिंग
आरोपी ने बताया कि रेकी करते समय दोपहर में दुकान पर ग्राहक नहीं होते हैं. इसी बात का फायदा उठाकर 3 बजे दुकान में घुसकर वारदात को अंजाम दिया. वारदात के बाद तीनों अपराधियों के गुजरात भागने का प्लान था. उदयपुर पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल ने 10 टीम बनाकर फरार आरोपियों को जल्द पकड़ने के आदेश दिया है. पुलिस की टीम द्वारा ज्वेलरी शॉप वाली रोड सहित रोडवेज, रेलवे स्टेशन और अन्य जगहों के सीसीटीवी कैमरे खंगाला जा रहे हैं. वहीं उदयपुर पुलिस ने गुजरात और हरियाणा पुलिस से मामले में सहयोग मांगा है.
कैसे पकड़ में आया विकास चौधरी?
एडिशनल SP सिटी उमेश ओझा ने बताया कि दुकान में घुसकर मालिक अनिल जैन पर पिस्टल तान दी. विरोध करने पर उसके साथ मारपीट की और ज्वेलरी से भरा बैग लेकर भाग गए. विकास चौधरी (सीआईएसएफ जवान) अलग दिशा में भागा और आशीष चौधरी व संदीप चौधरी पैदल ही आयड़ की छिपा गली में स्कूटी पर साजिद नाम के एक युवक बैठा हुआ था, उसे धक्का देकर स्कूटी से नीचे गिरा दिया. उसी दौरान कॉन्स्टेबल भंवर विश्नोई पहुंचे तो बदमाश ने कॉन्स्टेबल पर भी फायरिंग कर दी. फायरिंग की आवाज सुनकर लोग घरों से बाहर निकले और विकास को वहीं पर पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया. अशोक नगर स्थित जैनम ज्वेलरी शोरूम की घटना के बाद शुक्रवार को सर्राफा व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे है.
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