Udaipur Panther Terror: राजस्थान के उदयपुर जिले में आदमखोर पैंथर के हमले बढ़ते ही जा रहे हैं. सबसे पहले 8 सितंबर को पैंथर ने झाड़ोल में एक महिला पर हमला कर उसका सिर धड़ से अलग कर दिया था. अब पिछले 24 घंटे में, गोगुंदा तहसील के दो लोगों को पैंथर ने अपना शिकार बनाया है. पैंथर के इस हमले में एक 16 वर्षीय छात्रा और एक 45 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई है. लगातार दो घटनाओं के बाद लोगों में भारी विरोध है, जिसके चलते शुक्रवार सुबह से लोग सड़कें जाम कर प्रदर्शन कर रहे हैं.
24 घंटे, डेढ़ किलोमीटर की दूरी में दो हमले
पहली घटना गोगुंदा तहसील से ऊंडिथल गांव में 16 वर्षीय कमला गमेती के साथ हुई. कमला जंगल में बकरिया चराने के लिए गई थी. देर शाम तक घर नहीं लौटी तो परिजन और ग्रामीण तलाशने निकले, लेकिन कमला नहीं मिली. गुरुवार सुबह कमला का शव पहाड़ी पर मिला. कमला का हाथ और पैर कटा हुआ था. साथ ही अन्य चोटें थीं. इस घटना का खौफ और प्रशासन की कार्रवाई पूरी भी नहीं हुई थी कि पहली घटना के करीब 1 किलोमीटर दूर बेवडिया गांव में पैंथर ने 1 अन्य व्यक्ति पर हमला कर दिया. हमले में खुमाराम गमेती की मौत हो गई. बड़ी बात यह है कि खुमाराम के साथ उनका बेटा भी था, जिसे मृतक खुमाराम ने बचाने के लिए घर भेज दिया. बेटा मदद लेकर पहुंचता इससे पहले ही पैंथर ने हमला कर दिया, जिसमें खुमाराम की मौत हो गई. यहीं नहीं, ग्रामीण पहुंचे तो पैंथर शव के पास ही बैठा रहा. लाठी डंडों की सहायता से पैंथर को भगाया और शव लेकर आए.
ग्रामीणों का विरोध, सड़क पर लगाया जाम
एक के बाद एक घटनाएं होने के बाद ग्रामीण आज विरोध में उतरे. नारेबाजी करते हुए गोगुंदा से झाड़ोल जाने वाले मार्ग को जाम कर दिया. नारे लगाकर कार्रवाई की मांग और उचित मुआवजा देने की मांग रखी. सभी ग्रामीण सड़क पर ही बैठे है और प्रशासन का इंतजार कर रहे हैं. इधर घटना के बाद वन विभाग की तरफ से पिंजरे लगाए गए हैं. उदयपुर रेंजर होरीलाल ने बताया कि पैंथर के पकड़ने के लिए जोधपुर से मादा पैंथर का यूरिन मंगवाया है, जिसे घटनास्थल और पिंजरे के आस-पास छिड़काव किया जा रहा है. ताकि पैंथर मादा पैंथर के गंध से आ जाए, लेकिन अब तक सफलता नहीं मिली. रेंजर ने बताया कि पैंथर मादा पैंथर के यूरिन की गंध से आकर्षित होता है.
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