
Udaipur News: उदयपुर जिले के मांडवा थाना क्षेत्र में नाबालिग किशोरी के साथ दुष्कर्म का चौंकाने वाला मामला सामने आया है. दुष्कर्म के बाद किशोरी गर्भवती हुई और बच्चे को भी जन्म दिया. इसके बाद आरोपी युवक बच्चे को भी छीन कर ले गया. पीड़िता के साथ इतना सब कुछ होने के बाद भी पुलिस थाने ने एफआईआर तक दर्ज नहीं की. पीड़ित परिवार ने एसपी से न्याय की गुहार लगाई, जिसके बाद एफआईआर दर्ज हुई. मामले में लापरवाही सामने आने पर आईजी गौरव श्रीवास्तव ने थानाधिकारी देवीलाल मीणा को सस्पेंड कर दिया है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. मामला पिछले साल नवंबर का है. रिपोर्ट के अनुसार, पीड़िता लकड़ी लेने के लिए जंगल की तरफ गई थी. तब आरोपी सरदीराम ने चाकू को नोक पर पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया.
डर के चलते पीड़िता ने किसी को नहीं बताया
रेप करने के बाद आरोपी ने धमकाया और इसी डर के चलते पीड़िता ने किसी को वारदात की जानकारी नहीं दी. जब उसकी तबीयत खराब हुई तो परिजन हॉस्पिटल ले गए. हॉस्पिटल में डॉक्टरों ने उसके गर्भवती होने की पुष्टि की. जब पीड़ित परिवार थाने पहुंचा तो पंचायत में मामला सुलझाने की चर्चा हुई और मुकदमा दर्ज नहीं किया गया.
पीड़िता ने गुजरात के हॉस्पिटल में दिया था बच्चे को जन्म
इसके बाद पीड़िता को गुजरात ले जाया गया, जहां एक हॉस्पिटल में उसने बच्चे को जन्म दिया. जब वह गांव लौटे तो आरोपी के साथ उसके परिजन आए और धमकाकर नवजात बच्चे को पीड़िता से छीनकर ले गए. इसके बार परिवार एसपी ऑफिस पहुंचा. मामला बढ़ने के बाद अब एफआईआर दर्ज की. एसपी योगेश गोयल ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया था. आरोपी को पकड़ने सहित अन्य कार्रवाई चल रही है.
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