Rajasthan News: राजसमंद जिले के चिकलवास गांव में सोमवार देर रात एक बड़ा हादसा हो गया. यहां एक सामुदायिक भवन की छत अचानक गिर गई, जिसमें दबकर 4 मजदूरों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, 9 मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए. घटना की सूचना मिलते ही कलेक्टर-एसपी समेत स्थानीय प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई, और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कराया.
फोन पर गांव वालों को मिली सूचना
इस घटना के बाद गांव में कोहराम मच गया और पूरा गांव रातभर जागता रहा. सभी लोग एक ही बस्ती के बताए जा रहे हैं. करीब 5 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद मंगलवार सुबह मलबे में दबे 13 लोगों को निकाला गया, जिनमें से 4 की मौत हो चुकी थी, जबकि अन्य 9 को इलाज अस्पताल में जारी है. कलेक्टर डॉ. भंवरलाल ने बताया कि चिकलवास गांव में मेघवाल समाज की ओर से जनसहयोग से धर्मशाला का निर्माण करवाया जा रहा था. सोमवार दिन में छत के नीचे से बांस की बल्लियों को हटाया गया और उसके बाद सोमवार रात 9 बजे गांव के लोग निर्माणाधीन धर्मशाला की साफ-सफाई व रंग रोगन के लिए गए. तभी ठीक 9.30 बजे छत भरभराकर नीचे गिर पड़ी. साफ सफाई का कार्य कर रहे 13 लोग उसके नीचे दब गए. कलेक्टर ने बताया कि आस-पास कोई घर भी नहीं था. बाद में छत के नीचे दबे वार्ड पंच हीरालाल ने मोबाइल से कॉल कर गांव में हादसे की सूचना दी. इसके बाद गांव से बड़ी तादाद में ग्रामीण पहुंचे.
6 जेसीबी ने सुबह 3 बजे तक किया रेस्क्यू
खमनोर थाना प्रभारी भगवान सिंह, नाथद्वारा डीएसपी दिनेश सुखवाल म जाब्ते के घटना स्थल पर पहुंच गए. रात साढ़े दस बजे जिला कलेक्टर डॉ.भंवरलाल व एसपी मनीष त्रिपाठी, एएसपी महेंद्र कुमार भी घटनास्थल पर आ गए. साथ ही एसडीआरएफ की टीम, सिविल डिफेंस के जवानों को बुला कर रेस्क्यू करवाया गया. मलबा हटवाने के लिए आधा दर्जन से ज्यादा जेसीबी मंगवाई गई और छत को तोड़ने के लिए ड्रीलिंग मशीन मंगवाई गई. इस तरह रात 11 बजे रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया, जिसमें छत को तोड़कर 3 लोगों को तत्काल सुरक्षित बाहर निकाला गया. हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई और बाद में निकाले गए 6 घायलों को नाथद्वारा स्थित गोवर्धन राजकीय जिला चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया. तड़के करीब 3 बजे यह रेस्क्यू पूरा हुआ.
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