वंदेमातरम के 150 साल पूरे होने पर सचिवालय में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य सचिव सुधांश पंत मौजूद रहे. उन्होंने कहा कि यह गीत करोड़ों देशवासियों के लिए देशभक्ति की भावना को पुनर्जागृत करेगा. मीडिया से बातचीत में यह भी कहा कि स्वदेशी संकल्प से फिर एक बार कर्मचारियों और देशवासियों में स्वदेशी उत्पाद को बढ़ावा मिल सकेगा, इससे स्थानीय रोजगार भी पनप सकेगा. सीएस ने कहा कि कार्यक्रम में सचिवालय के तमाम अधिकारियों और कर्मचारियों को वंदे मातरम के इतिहास की जानकारी भी दी गई है, जिससे नई पीढ़ी भी अपने अतीत को जान सके.
राष्ट्रपिता की प्रतिमा पर अर्पित की पुष्पांजलि
पंत ने कहा कि इस गीत ने 150 वर्ष में भारत की सांस्कृतिक, आध्यात्मिक, राष्ट्रवादी चेतना को प्रेरित किया. अब भारत सरकार राष्ट्रप्रेम की भावना इस गीत के जरिए पुनर्जागृत करने की कोशिश कर रही है और 1 अक्टूबर को देशव्यापी कार्यक्रम की स्वीकृति जारी की गई है.
कई अधिकारी और कर्मचारी नेता भी रहे मौजूद
इस दौरान एसीएस प्रवीण गुप्ता, कुंजीलाल मीणा, एसीएस संदीप वर्मा,भास्कर सावंत, आनंद कुमार, एसीएस कुलदीप रांका, एसीएस श्रेया गुहा, एसीएस अश्विनी भगत,प्रमुख सचिव दिनेश कुमार, देवाशीष पृष्टि, सचिव कृष्ण कुणाल, रवि जैन, डॉ. जोगाराम, IAS अनिल अग्रवाल औरर RAS अरुण प्रकाश शर्मा ने भी स्वदेशी संकल्प लिया. कार्यक्रम का संचालन रजिस्ट्रार मुकेश सिंघल ने किया और कर्मचारी संघ अध्यक्ष कजोड़मल मीणा, अधिकारी संघ अध्यक्ष अभिमन्यु शर्मा समेत कई कर्मचारी नेता भी मौजूद रहे.
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