![राजस्थान के इस जिले में 15 साल पूर्व विलुप्त प्रजाति गिद्ध आया नजर, घायल अवस्था में मिला सड़क किनारे राजस्थान के इस जिले में 15 साल पूर्व विलुप्त प्रजाति गिद्ध आया नजर, घायल अवस्था में मिला सड़क किनारे](https://c.ndtvimg.com/2024-07/kgnaq42o_vulture_625x300_03_July_24.jpg?im=FeatureCrop,algorithm=dnn,width=773,height=435)
Rajasthan News: आज के समय में कई पक्षी ऐसे है जो विलुप्त हो चुके हैं. कुछ विलुप्त होते जा रहे हैं और कुछ बिल्कुल ही विलुप्त हो गए हैं. इनमें गिद्ध की प्रजाति भी शामिल है. गिद्ध को अब शायद ही कहीं देखा जा सकता है. बताया जाता है कि यह प्रजाति 15 साल पहले राजस्थान में विलुप्त हो चुकी है. लेकिन बुधवार (3 जुलाई) को राजस्थान में इसे फिर से देखा गया है. हालांकि, गिद्ध घायल अवस्था में मिला है. जिसे वन विभाग ने इलाज के लिए रखा है.
राजसमंद जिले के कुंवारिया कस्बे के समीपवर्ती साकरोदा गांव के बाहर सड़क के किनारे झाड़ी में बुधवार देर शाम वर्षों पूर्व विलुप्त हुई प्रजाति पक्षी गिद्ध घायल अवस्था में नजर आया. गिद्ध को देखकर यहां राहगीर को काफी आश्चर्य हुआ. क्योंकि यह प्रजाति करीब 15 साल पूर्व विलुप्त हो चुकी थी.
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गिद्ध को देखकर राहगीरों ने वन विभाग को बुलाया
राहगीरों ने घायल गिद्ध को देखने के बाद इसकी सूचना फौरन राजसमंद वन विभाग टीम को दी. वहीं इस सूचना के मिलते ही वन विभाग की टीम तुरंत ही मौके पर पहुंची. जहां झाड़ी के पास उन्हें गिद्ध मिला. गिद्ध घायल अवस्था में था इसलिए वह वहां से भाग नहीं सका. वहीं, वन विभाग की टीम ने गिद्ध को रेस्क्यू किया. इसे देखने के लिए वहां लोगों की भीड़ भी जुट गई. वन विभाग की टीम ने गिद्ध को जाल के जरिए पकड़ कर उसका प्राधमिक उपचार करवाया.
राहगीरों ने बताया कि यह प्रजाति 15 साल पूर्व दिखाई दिया करती थी. जो अब विलुप्त हो गई है. आज लंबे समय बाद पुनः गिद्ध नजर आया, जिसके बाद जीव प्रेमियों को काफी खुशी है. बताया जाता है कि गिद्ध प्रजाति जहां भी कहीं पशु मर जाते थे उसको खाने के लिए कई गिद्ध का झुंड एकत्रित हो जाता था. लेकिन आज के समय में गिद्ध प्रजाति नजर नहीं आती है.
ऐसा कहा जाता है कि गिद्ध के विलुप्त होने का सबसे बड़ा कारण प्रदूषण है. गिद्ध द्वारा मृत पशु को खाने की वजह से इसकी संख्या तेजी से लगातार घटती गई और अब यह लगभग विलुप्त हो चुकी है.
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