राजस्थान के डीडवाना में जलदाय विभाग कार्यालय ने एक अनूठी पहल शुरू की है. कार्यालय में कार्य दिवस की शुरुआत राष्ट्रगान से होती है. हर सुबह 10:00 बजे एक कर्मचारी घंटी बजाता है और सभी कर्मचारी, जिसमें कार्यकारी अभियंता भी शामिल हैं, हॉल में एकत्र होकर मिलकर राष्ट्रगान गाते हैं. राष्ट्रगान के बाद कर्मचारी "भारत माता की जय!" के नारे लगाते हैं और फिर अपने-अपने कार्यालयों में जाकर अपना काम शुरू करते हैं.
कार्यकारी अभियंता जे.के. चारण ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य कर्मचारियों में राष्ट्रीय गौरव की भावना पैदा करना और उन्हें अपने काम के प्रति अधिक प्रतिबद्ध बनाना है. उन्होंने कहा कि जब कर्मचारी दिन की शुरुआत राष्ट्रगान के साथ करते हैं, तो उन्हें भारतीय नागरिक के रूप में अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों की याद दिलाई जाती है. इससे उन्हें अपने काम में अधिक ध्यान केंद्रित करने और कुशलता से काम करने में मदद मिलती है.
चार महीने से चल रही राष्ट्रगान की परंपरा
यह पहल चार महीने से लागू है और कर्मचारियों द्वारा इसे अच्छी तरह से प्राप्त किया गया है. कई कर्मचारियों ने कहा है कि वे मिलकर राष्ट्रगान गाने के बाद काम के लिए अधिक प्रेरित महसूस करते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि इस पहल से कार्यालय में टीम भावना और मनोबल बढ़ा है.
इस पहल की कई लोगों ने प्रशंसा की है, जिनमें डीडवाना के निवासी और स्थानीय नेता शामिल हैं. उन्होंने कहा कि यह कर्मचारियों के बीच देशभक्ति और राष्ट्रीय गौरव को बढ़ावा देने का एक शानदार तरीका है. उन्होंने यह भी कहा कि यह अन्य सरकारी कार्यालयों के लिए अनुकरणीय है.
जलदाय विभाग कार्यालय के अलावा, डीडवाना के अन्य सरकारी कार्यालयों ने भी इस पहल को अपनाना शुरू कर दिया है. उदाहरण के लिए, नगर निगम कार्यालय और जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय ने भी अपने दैनिक कार्यवाही को राष्ट्रगान के साथ शुरू करना शुरू कर दिया है.
इस पहल का प्रभाव
इस पहल का जलदाय विभाग कार्यालय के कर्मचारियों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है. कर्मचारियों ने बताया है कि वे मिलकर राष्ट्रगान गाने के बाद काम के लिए अधिक प्रेरित और प्रेरित महसूस करते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि इस पहल से कार्यालय में टीम भावना और मनोबल बढ़ा है.
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