
Rajasthan Assembly: राजस्थान विधानसभा के मानसून सत्र 10 सितंबर को समाप्त हो गया. विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने बुधवार (10 सितंबर) को शाम 4.58 बजे सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की घोषणा की. यह सत्र 1 सितंबर को शुरू हुआ था, जिसमें कुल 6 बैठकें हुई और पूरी कार्यवाही 18 घंटे 40 मिनट की हुई. वहीं वासुदेव देवनानी ने सत्र में हुए कार्यवाही को लेकर जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि सोलहवीं विधान सभा के प्रथम तीन सत्रों के 91.5 प्रतिशत प्रश्नों के जवाब राजस्थान विधान सभा को प्राप्त हो गए है.
उन्होंने बताया कि प्रथम सत्र में 2098 में से 2073 प्रश्नों के उत्तर विधानसभा को प्राप्त हो गए है. इसी प्रकार द्वितीय सत्र के 7945 में से 7657, तृतीय सत्र में 9701 में से 8351 प्रश्नों के उत्तर राजस्थान विधानसभा को प्राप्त हो गए हैं. देवनानी ने बताया कि अधिकारियों के साथ निरन्तर समीक्षा किये जाने से राजस्थान विधान सभा को पहली बार समय पर अधिक संख्या में प्रश्नों के जवाब प्राप्त हुए है.
चतुर्थ सत्र में कुल 3008 प्रश्न
देवनानी ने कहा कि चतुर्थ सत्र में कुल 3008 प्रश्न प्राप्त हुए, जिनमें से तारांकित प्रश्न 1237, अतारांकित प्रश्न 1770 एवं अल्प सूचना प्रश्न एक हैं. कुल 120 तारांकित प्रश्न सूचीबद्ध हुए, जिनमें से 53 प्रश्न मौखिक रूप से पूछे गये और उनके उत्तर भी दिये गये. इसी तरह 119 अतारांकित प्रश्न भी सूचीबद्ध हुए.
ध्यानाकर्षण प्रस्तावों के जवाब प्राप्त
अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि प्रक्रिया के नियम-131 के अंतर्गत 437 प्रस्तावों की सूचनाएं प्राप्त हुई. जिनमें से 14 प्रस्ताव अग्राह्य किये गए. सदन में संबंधित मंत्रीगण का ध्यान आकर्षित करने हेतु 02 प्रस्ताव कार्य-सूची में सूचीबद्ध किये गए. उन्होंने बताया कि प्रथम सत्र में 142 प्रस्ताव प्राप्त हुए जिनमें से 136 के उत्तर प्राप्त हुए. इसी प्रकार द्वितीय सत्र में 733 प्रस्तावों में से 707 और तृतीय सत्र में कुल 811 प्रस्तावों में से 732 के उत्तर प्राप्त हुए. देवनानी ने कहा कि 78 प्रतिशत ध्यानाकर्षण प्रस्तावों के जवाब भी पहली बार विधानसभा को प्राप्त हुए है.
134 स्थगन प्रस्ताव
देवनानी ने बताया कि सदस्यों से प्रक्रिया के नियम 50 के अंतर्गत कुल 134 स्थगन प्रस्तावों की सूचना प्राप्त हुई. इनमें से 21 स्थगन प्रस्तावों पर सदन में बोलने का अवसर दिया गया तथा 17 विधायकों ने अपने विचार रखे.
देवनानी ने बताया कि विधायकगण द्वारा प्रक्रिया के नियम-295 के अंतर्गत 95 विशेष उल्लेख के प्रस्ताव प्राप्त हुए. इनमें से 78 विशेष उल्लेख की सूचनाएं सदन में पढ़ी गई या पढ़ी हुई मानी गई. विशेष उल्लेख की 15 सूचनाएं विधायकों के सदन में अनुपस्थित होने के कारण व्यपगत हुई. उन्होंने बताया कि प्रथम सत्र में कुल 59 प्रस्ताव प्राप्त हुए जिनमें से सभी के उत्तर प्राप्त हो चुके हैं. द्वितीय सत्र में कुल 255 प्रस्ताव प्राप्त हुए जिनमें से 249 के उत्तर प्राप्त हुए. तृतीय सत्र में कुल 337 प्रस्ताव प्राप्त हुए जिनमें से 307 के उत्तर प्राप्त हुए. स्पीकर देवनानी ने बताया कि तीनों सत्रों में कुल 651 प्रस्ताव प्राप्त हुए जिनमें 615 के उत्तर प्राप्त हुए एवं मात्र 36 ही लम्बित है. इनके जवाब भी विधानसभा को शीघ्र ही प्राप्त हो जाएंगे.
विधानसभा अध्यक्ष देवनानी ने बताया कि विधायको द्वारा कुल 267 पर्चियां प्राप्त हुई. जिनमें से लॉटरी के जरिए कुल 20 पर्चियां चयनित हुई व संबंधित विधायकगण ने अपने विचार सदन के समक्ष रखें.
विधायी कार्य
देवनानी ने बताया कि वर्तमान सत्र में कुल 07 विधेयक पुरःस्थापित किये गये तथा प्रवर समिति द्वारा प्रस्तुत 03 विधेयकों समेत कुल 10 विधेयक सदन द्वारा पारित किये गये और एक विधेयक वापस लिया गया. उन्होंने बताया कि विधेयकों पर सदस्यों से कुल 161 संशोधन प्रस्ताव प्राप्त हुए, जिनमें से 46 संशोधन प्रस्ताव सचिवालय स्तर पर अग्राह्य एवं 115 संशोधन स्वीकार किये गये. देवनानी ने कहा कि विगत सत्र में कुल 12 विधेयक पुरःस्थापित किये जाकर 10 विधेयक सदन द्वारा पारित किये गये तथा 3 विधेयक प्रवर समिति को सुपुर्द किये गए. विधेयकों पर सदस्यों से कुल 210 संशोधन प्रस्ताव प्राप्त हुए, जिनमें से 39 संशोधन प्रस्ताव सचिवालय स्तर पर अग्राह्य एवं 171 संशोधन स्वीकार किये गये.
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