
Scrub Typhus: स्क्रब टाइफस एक प्रकार का बैक्टीरियल संक्रमण है, जो ओरिएंटिया त्सुत्सुगामुशी नामक बैक्टीरिया के कारण होता है. यह बीमारी मुख्य रूप से एशिया-प्रशांत क्षेत्र में पाई जाती है और जंगलों और घने वनस्पतियों वाले क्षेत्रों में फैलती है. हालांकि अब इसका संक्रमण शहरी क्षेत्रों में बढ़ते जा रहा है. भारत में कई राज्यों में मौसमी बीमारी के साथ स्क्रब टाइफस तेजी से बढ़ रहा है. स्क्रब टाइफस के संक्रमण के साथ ही अलग-अलग लक्षण देखने को मिलते हैं. जिसमें बुखार और सिरदर्द जैसी आम समस्या होती है. वहीं त्वचा पर चकत्ते जैसे दिख सकते हैं. अगर समय पर इलाज न किया जाए, तो यह बीमारी गंभीर हो सकती है. ऐसे में आपको इसके बारे में सही जानकारी की आपकी जान बचा सकती है. आइए जानते हैं इसके कारण, लक्षण, निदान और उपचार के बारे में.
स्क्रब टाइफस के कारण और लक्षण
स्क्रब टाइफस तब फैलता है जब संक्रमित माइट्स (एक प्रकार के छोटे कीट) मानव त्वचा पर आते हैं और बैक्टीरिया को शरीर में प्रवेश कराते हैं. इसके लक्षणों में मुख्य रूप से 5 तरह की चीजें देखने को मिल सकती है.
- बुखार
- सिरदर्द
- मांसपेशियों में दर्द
- त्वचा पर चकत्ते या दाने
- लसीका ग्रंथियों में सूजन
निदान और उपचार
निदान के लिए रक्त परीक्षण और अन्य प्रयोगशाला परीक्षणों का उपयोग किया जा सकता है। उपचार में आमतौर पर एंटीबायोटिक्स का उपयोग किया जाता है, जैसे कि डॉक्सीसाइक्लिन।
रोधी उपाय
स्क्रब टाइफस से बचाव के लिए कुछ उपाय अपनाए जा सकते हैं.
- जंगलों और घने वनस्पतियों वाले क्षेत्रों में जाने से बचें.
- पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें और कीटनाशकों का उपयोग करें.
- त्वचा को साफ रखें और माइट्स के काटने से बचें.
यह बीमारी गंभीर हो सकती है अगर इसका इलाज समय पर न किया जाए, इसलिए लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सक से परामर्श लेना महत्वपूर्ण है.
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