Diwali Festival: दीप और रोशनी के प्रमुख त्योहार दिवाली (Diwali) को लेकर इस बार कंफ्यूजन की स्थिति बनी हुई है. हर साल कार्तिक माह की अमावस्या तिथि को धूमधाम से मनाए जाने वाले इस त्यौहार की सही तारीख को लेकर असमंजस है. अमावस्या तिथि दो दिन होने से त्यौहार की तारीख को लेकर स्पष्टता नहीं है. अमावस्या तिथि 31 अक्टूबर और 1 नवंबर, दो दिन रहेगी. इसी वजह से दीवाली की तारीख को लेकर कंफ्यूजन बना हुआ है.
दो दिन अमावस्या, कब करें लक्ष्मी पूजन?
अमावस्या तिथि 31 अक्टूबर दोपहर 3 बजकर 53 मिनट से 1 नवंबर की शाम 6 बजकर 17 मिनट तक रहेगी. उदयपुर के जाने-माने ज्योतिषविद् पंडित हरिश्चंद्र शर्मा के मुतााबिक दीपदान प्रदोष के बाद करने की परंपरा है. ऐसे में दीपदान करने के लिए 31 अक्टूबर की रात का समय ज्यादा उचित है और हालांकि लक्ष्मी पूजन 1 नवंबर को किया जा सकता है.
29 अक्टूबर से 3 नंवबर तक रहेगी दीपोत्सव की रौनक
धनतेरस की शाम को मां लक्ष्मी और भगवान कुबेर की पूजा करने से साथ यमराज को प्रसन्न करने के लिए भी दीपदान किया जाता है. दीपदान के लिए 29 अक्टूबर की शाम और अगले दिन भगवान धनवंतरि की पूजा के लिए सही समय है. जबकि 31 अक्टूबर की सुबह के समय रुप चौदस और रात में दीवाली होगी. 2 नवंबर को को गोवर्धन पूजन और 3 नवंबर को भाई दूज मनाई जाएगी.
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