
Rajasthan News: नागौर सांसद और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल अपने दौरों और सभाओं में अब पूर्व उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का मुद्दा उठा रहे हैं. बेनीवाल का कहना है कि अगर धनखड़ खुद सामने आकर कुछ कहेंगे तो समाज उनके साथ खड़ा होगा और ज़रूरत पड़ी तो सड़कों पर उतरने के लिए भी तैयार है.
बेनीवाल की इस आवाज़ को राजस्थान जाट महासभा के प्रदेश सचिव कृष्ण कुमार जानू का भी समर्थन मिला है. जानू ने कहा कि पूर्व उपराष्ट्रपति को यह साफ करना चाहिए कि आखिर उनके साथ हुआ क्या था और क्यों उन्होंने अचानक इस्तीफ़ा दिया. उनका कहना है कि अगर धनखड़ सामने आकर सच्चाई बताएंगे तो दिल्ली से लेकर राजस्थान तक का पूरा जाट समाज उनके साथ खड़ा मिलेगा.
उन्हें खुलकर सामने आना चाहिए
जानू ने यह भी कहा कि अगर अन्दरखाने धनखड़ के साथ कोई अन्याय हुआ है तो उन्हें खुलकर सामने आना चाहिए. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि उनके एक आह्वान पर समाज बदला लेने को भी तत्पर है. जानू ने धनखड़ के विदाई भाषण और फेयरवेल न होने का मुद्दा उठाते हुए कहा कि सबको यह बात दिख रही है और अगर धनखड़ कहेंगे तो समाज सरकारों को यह अहसास कराएगा कि अन्याय का प्रतिशोध कैसे लिया जाता है.
6 साल के लिए पार्टी से निकाले गए जानू
इससे पहले, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता कृष्ण कुमार जानू को पार्टी से 6 साल के लिए निकाल दिया गया है. यह कार्रवाई भाजपा की प्रदेश अनुशासन समिति द्वारा की गई थी. जानू पर पार्टी के अनुशासन तोड़ने के गंभीर आरोप लगाए गए थे. अनुशासन समिति के अध्यक्ष ओंकारसिंह लखावत द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि जानू को 20 जून को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था, जिसमें उनसे पार्टी विरोधी गतिविधियों और बयानों को लेकर स्पष्टीकरण मांगा गया था. तय समय सीमा में जानू की ओर से संतोषजनक उत्तर नहीं दिया गया. इसके बाद समिति ने कार्रवाई कर दी.
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