
जगदीप धनखड़ जुलाई में उपराष्ट्रपति पद से अचानक इस्तीफा देने के बाद से नज़र नहीं आ रहे थे. धनखड़ की सार्वजनिक मंच से गैर मौजूदगी को लेकर विपक्ष लगातार सवाल भी पूछ रहा था. जगदीप धनखड़ को उनके इस्तीफा देने के लगभग डेढ़ महीने बाद अपने उत्तराधिकारी सी पी राधाकृष्णन के शपथ ग्रहण समारोह में देखा गया. धनखड़ के सामने आने के बाद राजस्थान के वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रतिक्रिया दी है.
अशोक गहलोत ने धनखड़ पर अब क्या कहा
अशोक गहलोत से पत्रकारों ने आज जगदीप धनखड़ के उपराष्ट्रपति शपथ ग्रहण समारोह में दिखने के बारे में सवाल किया तो उन्होंने कहा कि उन्हें इसकी खबर नहीं थी और मीडिया से ही उन्हें इसकी जानकारी मिली है. गहलोत ने कहा,"ये तो आप मुझे खबर दे रहे हो, ये खबर आप दे रहे हो कि धनखड़ साहब भी प्रकट हो गए हैं, अभी तक प्रकट नहीं हुए थे. हम सब उनको ढूंढ रहे थे, हम राजस्थान वाले तो इंतज़ार कर रहे हैं क्योंकि वह राजस्थान के रहने वाले हैं. हमारे तो उनसे व्यक्तिगत संबंध भी अच्छे रहे हैं उनसे."
उन्होंने साथ ही कहा कि अब वह प्रतीक्षा कर रहे हैं कि उनकी जगदीप धनखड़ से कब मुलाकात होती है. गहलोत ने कहा,"अब आपने मुझे जो खुशखबरी दी है तो मैं मालूम करता हूं कि वो कब मिलेंगे, क्या होगा, कहां मिलेंगे, वो यहीं आएंगे या हमें जाना पड़ेगा."
देखिए Video:-
उपराष्ट्रपति श्री सी.पी. राधाकृष्णन के शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व उपराष्ट्रपति श्री धनखड़ के शामिल होने पर सवाल का उत्तर :
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) September 12, 2025
ये तो आप मुझे खबर दे रहे हो, ये खबर आप दे रहे हो कि धनखड़ साहब भी प्रकट हो गए हैं, अभी तक प्रकट नहीं हुए थे, ढूंढ रहे थे हम सब उनको, हम तो इंतजार कर रहे हैं… pic.twitter.com/pqZS5LDn5Q
गहलोत ने जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर पहले क्या कहा था
इससे पहले 21 जुलाई को जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफ़ा देने के बाद अशोक गहलोत ने हैरानी और चिंता जताई थी. उन्होंने तब कहा था कि "मैंने कुछ दिन पहले जोधपुर में कहा था कि लोकसभा अध्यक्ष और उपराष्ट्रपति दोनों ही दबाव में काम कर रहे हैं. आज ये बात सामने आ गई है."
तब गहलोत ने आरोप लगाया था कि भाजपा और आरएसएस की ओर से सत्ता के शीर्ष संवैधानिक पदों पर बैठे व्यक्तियों पर अनुचित दबाव डाला जा रहा है, जिसकी वजह से धनखड़ को इस्तीफा देना पड़ा. गहलोत ने तब धनखड़ के एक पुराने बयान का हवाला देते हुए कहा था कि 'कुछ न कुछ गड़बड़ जरूर है'.
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