Jodhpur News: जोधपुर में हाल ही में बीजेपी विधायक बाबू सिंह राठौड़ और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat) के बीच कलह सामने आया है. जहां गजेंद्र सिंह द्वारा शेरगढ़ विधानसभा के विकास कार्यों के ब्योरे पर विधायक बाबू सिंर राठौड़ ने सवाल खड़ा किया. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि ब्योरे के मुताबिक शेरगढ़ में विकास कार्य क्यों नहीं दिख रहे, इसे सत्यापन करना जरूरी है. वहीं, जोधपुर में 28 फरवरी को राज्य के जलदाय मंत्री कन्हैया लाल चौधरी (Kanhaiya Lal Choudhary) जब संभाग की समीक्षा बैठक के लिए तो उनके सामने ही बीजेपी कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी.
जोधपुर संभाग की समीक्षा बैठक लेने आए कन्हैया लाल चौधरी को अपने स्वागत की इस तरह से उम्मीद नहीं थी. जैसे ही वह जोधपुर के सर्किट हाउस में पहुंचे. वहां पर पहले से शेरगढ़ से आए बीजेपी कार्यकर्ताओं ने मंत्री के सामने नारेबाजी कर अपना विरोध प्रकट किया. कार्यकर्ताओं द्वारा मंत्री के सामने 'शेखावत तेरी तानाशाही नहीं चलेगी... नहीं चलेगी...', 'बाहरी प्रत्याशी भगाओ भगाओ' के नारे लगे. इसके अलावे कार्यकर्ताओं ने 'मोदी तुमसे बैर नहीं, शेखावत तेरी खैर नहीं' के भी नारे लगाए. इस तरह के नारों और कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध प्रदर्शन को देखते हुए एक बार तो मंत्री कन्हैया लाल अवाक रह गए. बाद में उन्हें पुलिस सुरक्षा में उनके कमरे तक ले जाया गया.
बंद कमरे में हुई बातचीत
बंद कमरे में शेरगढ़ से आए प्रधान के साथ जलदाय मंत्री की बातचीत हुई. और प्रधान ने उन्हें अवगत करवाया कि पिछले दिनों हुए तबादले के बाद भी उनके इलाके में अधिकारी नहीं लगे हैं. उन्होंने यह भी बताया कि जिस अधिकारी को यहां से हटाया गया है. वह द्वेष का पूर्ण हटाया गया है. ऐसे में या तो किसी अन्य अधिकारी को लगाया जाए या फिर उसी अधिकारी को दोबारा यहां पर पोस्टिंग दी जाए. जिस पर जलदाय मंत्री ने प्रधान को आश्वस्त किया.
प्रधान से बातचीत के बाद जलदाय मंत्री सर्किट हाउस में धरना देकर बैठे शेरगढ़ से आए भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच में पहुंचे. और उन्होंने कार्यकर्ताओं को आश्वस्त किया कि उनके क्षेत्र की जो भी समस्या है. वह क्षेत्रीय विधायक बाबू सिंह राठौर से मिलकर सुलझा लेंगे. लेकिन नाराज कार्यकर्ता जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी के सामने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ जमकर नारे लगाते रहे.
क्षेत्र के विधायक से बातचीत नहीं करने का आरोप
क्षेत्र के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की डिजाइर पर ही उनके क्षेत्र में कार्य करने वाले एक्सीयन का तबादला किया गया है. उन्होंने कहा कि अगर किसी भी अधिकारी को हटाया जाता है. तो कम से कम उसे क्षेत्र के विधायक से तो राय मांगी जा सकती है. लोगों ने कहा कि शेरगढ़ विधायक बाबू सिंह राठौर की अनदेखी कर शेखावत ने अधिकारी को हटाया है. ऐसे में तुरंत उस अधिकारी को वापस लगाया जाए. इस पर जलदाय मंत्री ने कहा कि जो भी अधिकारी कर्मचारी हटाए गए हैं वह निर्धारित प्रक्रिया के तहत हटाए गए हैं. लेकिन फिर भी आप लोगों की भावनाओं को देखते हुए जल्द ही वह इस समस्या का समाधान करेंगे.