Vishvaraj Mewar City Palace: मेवाड़ के अगले महाराणा के रूप में विश्वराज सिंह मेवाड़ का राजतिलक हो चुका है. विश्वराज का तिलक चित्तौड़गढ़ के पुराने किले में किया गया है जहां पारंपरिक तरीकों से पूरा आयोजन किया गया था. लोकतंत्र आने के बाद राजशाही खत्म हो गई. लेकिन प्रतीकात्मक यह रस्म निभाई जाती है. इस दौरान 21 तोपों की सलामी भी दी गई. लेकिन इसके बाद उदयपुर सिटी पैलेस के पास हंगामा खड़ा हो गया है. दरअसल, विश्वराज सिंह मेवाड़ सिटी पैलेस में धूणी दर्शन के लिए पहुंचे हैं लेकिन इस पर विवाद पूरी तरह से गहरा गया है.
सिटी पैलेस के बाहर पुलिस की बैरिकेट लगे हुए हैं. जिसे विश्वराज सिंह मेवाड़ के समर्थक तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं और हंगामा कर रहे हैं. वहीं विश्वराज सिंह मेवाड़ कई गाड़ियों के साथ वहां पहुंचे हैं. लेकिन पुलिस प्रशासन भीड़ को रोक रही है.
विश्वराज सिंह मेवाड़ को क्यों नहीं मिल रही सिटी पैलेस में एंट्री
दरअसल, विश्वराज सिंह मेवाड़ उदयपुर सिटी पैलेस अपने समर्थकों के साथ पहुंचे हैं. जहां काफी भीड़ लगी हुई है. हालांकि ट्रस्ट के द्वारा विश्वराज सिंह मेवाड़ को मंदिर में दर्शन करने की इजाजत दी थी. लेकिन ट्रस्ट ने कहा था कि सिटी पैलेस में केवल आधिकारिक लोग ही प्रवेश कर सकते हैं. इसके अलावा किसी को घुसने की इजाजत नहीं होगी. इसके लिए ट्रस्ट ने नोटिस भी जारी की थी जिसमें कहा था कि केवल अधिकृत व्यक्तियों को ही प्रवेश दिया जाएगा, अधिकृत व्यक्ति ही मंदिर में दर्शन कर पाएंगे. रैली, हंगामा या नारेबाजी करते हुए कोई प्रवेश करता है, तो उस पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी. सिटी पैलेस को 24 नवंबर को आम नागरिक और सैलानियों के लिए भी बंद किया है.
उदयपुर सिटी पैलेस के पास विश्वराज मेवाड़ के समर्थकों का हंगामा, राजतिलक के बाद घूणी दर्शन को पहुंचे #RajsthanNews pic.twitter.com/qHlYeO8okN
— NDTV Rajasthan (@NDTV_Rajasthan) November 25, 2024
लेकिन इस नोटिस के बाद भी विश्वराज सिंह मेवाड़ उदयपुर सिटी पैलेस के पास अपने हजारों समर्थकों के साथ पहुंच गए हैं. इसके बाद पुलिस प्रशासन उन्हें रोकने के लिए जद्दोजहद कर रही है. हालांकि बताया जा रहा है कि समर्थकों ने बैरिकेट को तोड़ दिया है.
ट्रस्ट के अंदर आता है सिटी पैलेस और एकलिंगजी मंदिर
बताया जाता है कि मंदिर एकलिंगजी ट्रस्ट के अंतर्गत है, और सिटी पैलेस महाराणा और मेवाड़ चैरिटेबल फाउंडेशन की संपत्ति है. दोनों ट्रस्ट के संचालक विश्वराज सिंह मेवाड़ के चाचा अरविंद सिंह मेवाड़ हैं. अरविंद सिंह मेवाड़ को इसका जिम्मा उनके पिता की वसीयत के आधार पर मिला है.
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