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This Article is From Mar 05, 2024

क्या रद्द होगी राजस्थान में SI भर्ती? किरोड़ी लाल मीणा ने किये कई बड़े दावे

राजस्थान सरकार के मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने SI भर्ती को रद्द करने की मांग की है. उन्होंने दावा किया है कि 2021 और 2018 दोनों में फर्जीवाड़ा किया गया है. 

क्या रद्द होगी राजस्थान में SI भर्ती? किरोड़ी लाल मीणा ने किये कई बड़े दावे
किरोड़ी लाल मीणा ने SI भर्ती परीक्षा को लेकर किये कई बड़े दावे.

Rajasthan SI Paper Leak: राजस्थान में पेपर लीक का मामला तेजी से जांच हो रही है. यही नहीं एक के बाद एक नए खुलासे हो रहे हैं. बीते सोमवार (4 मार्च) को 15 प्रशिक्षुक सब-इस्पेक्टर को गिरफ्तार किया गया है. वहीं, ताजा अपडेट में एक और उम्मीदवार को पकड़ा किया गया है जिसने ज्वाइनिंग नहीं की थी. ऐसे में अब 16 लोग गिरफ्तार हुए हैं. वहीं, SOG ने माना है कि परीक्षा में पेपर लीक हुए हैं. वहीं, अब राजस्थान में SI भर्ती को रद्द करने की मांग उठने लगी है. सोशल मीडिया पर 'राजस्थान SI भर्ती रद्द करो' ट्रेंड भी कर रहा है. ऐसा इसलिए की राजस्थान सरकार के मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने SI भर्ती को रद्द करने की मांग की है. उन्होंने दावा किया है कि 2021 और 2018 दोनों में फर्जीवाड़ा किया गया है. 

एसआई भर्ती 2021 में फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने अब भर्ती में करीब 400 अभ्य​​र्थियों का फर्जी चयन होने का दावा करते हुए एसओजी को सबूत पेश किए हैं. मीणा ने इसी के साथ आरएएस-2018 और 2021 में भी अभ्य​​र्थियों का फर्जी चयन होने का दावा करते हुए सबूत पेश कर जांच की मांग उठाई है. उन्होंने कहा, उपनिरीक्षक भर्ती परीक्षा 2021 में करीबन 859 पदों की भर्ती पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने निकाली. मैं इस भर्ती परीक्षा को लेकर पूर्व में भी बड़े स्तर पर फर्जीवाडे का खुलासा कर चुका हूं. इस भर्ती परीक्षा में फर्जीवाडे को लेकर करीबन एक दर्जन FIR दर्ज हुई है. लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की गई, बल्कि सरकार मुलजिमों द्वारा दर्ज कई FIR में पुलिस ने F.R लगा दी.

मीणा ने कहा है कि उपनिरीक्षक भर्ती परीक्षा 2021 में करीबन 859 पदों पर चयनित होकर वर्तमान में आरपीए/किशनगढ में ट्रेनिंग कर रहे हैं. इनमें करीबन 300-400 अभ्यर्थियों का फर्जी चयन हुआ है. चयनित अभ्यार्थियों ने जिस सेंटर पर परीक्षा दी, उस परीक्षा सेंटर की  अगर विडियोग्राफी /कॉल लेटर (आरपीएससी से) निकाली जाए तो आरपीए/किशनगढ में चयनित अभ्यार्थियों के चेहरों से मिलान हो जाएगा और सैकडों अभ्यर्थी फर्जी मिलेंगे.

आरएएस -2018 : चहेते प्रोफ़ेसर को कॉर्डिनेटर बनवाकर एक बड़ा घपला किया

मीणा ने आरएएस -2018 और 2021 भर्ती की भी जांच की मांग उठाई है. मीणा ने कहा है कि इसके खुलासे पहले भी कर चुका हूं. उन्होंने कहा कि 2018 की मुख्य परीक्षा की उत्तर पुस्तिका एमडीएस यूनिवर्सिटी अजमेर में  केमरे बंद कर उत्तर पुस्तिका की जांच की गई थी. आरपीएससी के सदस्य शिव सिंह राठौड ने अपने चहेते प्रोफ़ेसर को कॉर्डिनेटर बनवाकर एक बड़ा घपला किया. इसमें तत्कालीन सरकार के नेताओं के रिश्तेदारों को अच्छे अंक दिलवाए ग्ए.  किरोड़ी ने कहा कि एक अभ्यर्थी की उत्तर पुस्तिका को मीडिया के सामने उजागर किया था कि इनकी उत्तर पुस्तिका को जांचने के दौरान प्रोफ़ेसर की ओर से NA यानी नॉट अटेम्प्ट  लिखा गया और शून्य अंक भी चढ़ाए गए. लेकिन इस अभ्यर्थी का परिणाम आने के बाद अंक कम आने के कारण मेरिट में नीचे रह गया. 

उसी दौरान शिव सिंह राठौड़ भी सरकार की मेहरबानी से कार्यवाहक अध्यक्ष बन गया. इसका फ़ायदा उठाकर इस अभ्यर्थी की उत्तर पुस्तिका जिन प्रश्न को छोड़ा गया यानी शून्य अंक आए उन्हें लिखाया गया और कोर्ट की शरण में जाकर अभ्यर्थी इस उत्तर पुस्तिका को दोबारा चेक कराने में सफल रहा.  जबकि आरपीएससी हर फैसले के ख़िलाफ अपर न्यायालय में जाता है, पर इस मामले में वर्तमान अध्यक्ष ने रियायत रखी. इसी अभ्यर्थी की फोर्थ पेपर को उत्तर पुस्तिका भी किरोड़ी लाल ने उजागर की और बताया कि इसमें परीक्षकों ने रिकॉर्ड तोड़ अंक 145 दिए गए. इस उत्तर पुस्तिका को जब एसआईटी के वीके सिंह ने देखा तो बो भी अचरज में रह गए. इस पर किरोड़ी लाल ने कहा कि ये तो एक उदारण है, इस प्रकार के घपले 2018 की आरएएस मुख्य परीक्षा जांचने में बड़े स्तर पर किए गये हैं. किरोड़ी लाल ने आरएएस 2021 को लेकर भी खुलासे किए. उन्होंने कहा की 2021 की परीक्षा को जल्दबाजी में कराने में कोई कसर नहीं छोड़ी. प्री-परीक्षा विवादों में रही, जिसको लेकर अभ्यर्थी सुप्रीम कोर्ट तक परंतु सरकार की ग़लत मानसिकता के कारण इस पेपर को कराया गया.

SOG का अधिकारी भी था मिला हुआ

मीणा ने कहा  है कि इसके पीछे भी तत्कालीन अध्यक्ष शिव सिंह राठौड़ का ही प्लान था, वो चाहते थे कि परीक्षा का आयोजन जल्द होना चाहिए. जिससे उनके द्वारा 2021 मुख्य परीक्षा के तैयार कराए गए पेपर आ जाएं. उनकी मंशा के अनुसार ही जल्द पेपर कराये गये. हद की बात ये है कि अध्यक्ष रहते हुए शिव सिंह राठौड़ ने जिस प्रश्न के बारे में ट्वीट किया वहीं, प्रश्न दस अंक परीक्षा के दौरान आया. इसके अलावा 2021 मुख्य परीक्षा की उत्तर पुस्तिका को निजी महाविद्यालय के व्याख्याता से चैक कराना भी बड़े भ्रष्टाचार की ओर इशारे करता है, प्रदेश में बड़े बड़े प्रोफ़ेसर होने के बाबजूद भी आरपीएससी ने ये कदम उठाना बड़े भ्रष्टाचार की और इशारा करता है. उन्होंने रीट पेपर लीक के आरोपियों की भी एक और लिस्ट  वीके सिंह को सौंपी और मीणा ने कहा की SOG के अधिकारी भी इस खेल में शामिल थे, जिनके नाम भी वीके सिंह को सौंपे हैं.

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