पूर्व सीएम अशोक गहलोत और विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी आमने-सामने हो गए हैं. एक दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत ने विधानसभा अध्यक्ष की कार्यशैली पर सवाल उठाए, तो अब स्वयं देवनानी ने पलटवार किया. देवनानी ने शुक्रवार को बयान जारी कर गहलोत के बयान को अनुचित बताया. उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष जैसे संवैधानिक पद की कार्यशैली पर सवाल उठाना संवैधानिक परंपराओं के विपरीत है. सदन में प्रतिपक्ष के सदस्यों को बोलने का अधिक अवसर दिया. प्रतिपक्ष सदस्यों की हठधर्मिता से ही उनका निलंबन हुआ