मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम इस सप्ताह भारत के तीन दिन के दौरे पर दिल्ली आए. इस दौरे में एक बड़ा सवाल यह था कि क्या भारत और मलेशिया की सरकारों के बीच जाकिर नाइक की वापसी के मुद्दे पर बात होगी? खुद को इस्लामी धर्मगुरु और उपदेशक बताने वाले जाकिर नाइक पर हेट स्पीच देकर आतंकवाद को उकसाने का आरोप है. नाइक पर मनी लॉन्ड्रिंग का भी आरोप है और ईडी को भी उसकी तलाश है.
मगर भारत में उस पर कोई कार्रवाई होती इससे पहले ही वर्ष 2016 में जाकिर नाइक भारत से मलेशिया चला गया, और उसके बाद से वह देश नहीं लौटा है. मलेशिया की पिछली सरकार ने महातिर मोहम्मद को परमानेंट रेसिडेंसी दे दी थी, जिसके बाद वह स्थायी तौर पर मलेशिया में रह सकता है.
मलेशिया ने नाइक को जब यह सुविधा दी थी तब महातिर मोहम्मद वहां के प्रधानमंत्री थे. मगर वर्ष 2022 में वहां सरकार बदल गई और अनवर इब्राहिम प्रधानमंत्री बने.
प्रधानमंत्री मोदी ने उठाया था जाकिर नाइक का मुद्दा
प्रधानमंत्री बनने के बाद अनवर इब्राहिम का यह पहला भारत का दौरा है और इसलिए इस बात की काफी चर्चा हो रही थी कि क्या इस दौरे में जाकिर नाइक को लेकर कोई बात होती है. भारत सरकार ने मलेशिया की पिछली सरकार के साथ यह मुद्दा उठाया था मगर इस पर कोई प्रगति नहीं हो सकी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्ष 2019 में रूस में एक सम्मेलन के दौरान मलेशिया के तत्कालीन प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद से मिले थे. तब उन्होंने जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण का मुद्दा उठाया था. भारत सरकार ने तब कहा था कि दोनों देशों की सरकारें इस महत्वपूर्ण मु्द्दे पर संपर्क में रहेंगी.
भारत सरकार ने वर्ष 2018 में औपचारिक तौर पर जाकिर नाइक को गिरफ्तार करने और भारत लौटाने के बारे में मलेशिया सरकार से अनुरोध किया था. मगर महातिर मोहम्मद ने खुलकर जाकिर नाइक की वापसी के भारत सरकार के अनुरोध को ठुकरा दिया.
अनवर इब्राहिम ने बताई मलेशिया सरकार की सोच
अनवर इब्राहिम से मंगलवार (20 अगस्त) को एक पत्रकार वार्ता में जाकिर नाइक के बारे में सीधा सवाल किया गया. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि भारतीय पक्ष ने मंगलवार को औपचारिक वार्ता में इस मुद्दे पर कोई बात नहीं की. अनवर इब्राहिम ने कहा,"भारत ने यह मुद्दा नहीं उठाया, कुछ साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पर चर्चा की थी."
लेकिन उन्होंने जाकिर नाइक के बारे में मलेशिया सरकार का पक्ष स्पष्ट किया और कहा कि यह सिर्फ एक व्यक्ति की बात नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर कोई सबूत पेश किए जाते हैं तो उनकी सरकार इस बारे में (जाकिर नाइक को लौटाने) विचार कर सकती है.
इब्राहिम ने कहा, "हम आतंकवाद को कभी भी माफ नहीं करेंगे. हम पहले भी इसे लेकर सख्त रहे हैं और आतंकवाद से जुड़े मुद्दों को लेकर भारत के साथ काम करते रहे हैं. मगर मुझे नहीं लगता कि इस एक मामले को लेकर हमारे संबंधों को और बेहतर बनाने में कोई बाधा आएगी."