![Rajasthan: अब एग्जाम सेन्टर की तलाश में नहीं भटकेंगे परीक्षार्थी, GIS से जुड़ेंगे राजस्थान के 65 हजार स्कूल Rajasthan: अब एग्जाम सेन्टर की तलाश में नहीं भटकेंगे परीक्षार्थी, GIS से जुड़ेंगे राजस्थान के 65 हजार स्कूल](https://c.ndtvimg.com/2024-03/ngvdgqco_rajasthan-schools_625x300_15_March_24.jpg?im=FaceCrop,algorithm=dnn,width=773,height=435)
Rajasthan News: अब अपने एग्जाम सेन्टर की तलाश में परीक्षा देने वाले छात्रों को भटकना नहीं पड़ेगा. राज्य के 65 हजार सरकारी स्कूलों की लोकेशन गूगल पर मिल जाएगी. इन सभी स्कूलों को जीआईएस यानी जियोग्राफिक इन्फॉर्मेशन सिस्टम से जोड़ा जा रहा है. इसके तहत स्कूलों के अक्षांश और देशांतर बिंदु फीड करने का काम जल्द ही शुरू किया जाएगा. इस सिस्टम का फायदा स्टूडेंट और प्रतियोगी परीक्षाएं देने वाले अभ्यर्थियों को होगा. उन्हें अपना सेन्टर ढूंढने के लिए भटकना नहीं पड़ेगा.
शिक्षा विभाग के शाला पोर्टल पर सभी स्कूलों की मैपिंग अपलोड है. इनमें से ज्यादातर की जीआईएस अपलोड करनी है. इसके लिए करीब एक हजार नई स्कूलों की इन्फॉर्मेशन डालनी होगी. स्कूलों की प्रोफाइल को बेहतर बनाने के लिए ये अपडेशन किया जा रहा है. माध्यमिक शिक्षा निदेशक आशीष मोदी के अनुसार, स्कूल के लॉगइन पर विद्यालय टैब में एक मॉड्यूल 'स्कूल जीपीएस को-कॉर्डिनेशन वेरिफिकेशन' शुरू किया गया है. इसके जरिए उन स्कूलों की सूचना फीड की जाएगी जो अब तक इससे वंचित हैं. साथ ही पहले से दर्ज स्कूलों की लोकेशन अपडेट की जाएगी.
इसे सभी संस्था प्रधान अपने कंप्यूटर, लैपटॉप या मोबाइल से अपडेट कर सकेंगे. स्कूल की लोकेशन से माय जीपीएस पर जाकर अक्षांश और देशांतर बिंदु अपडेट किए जा सकेंगे. इसके कई फायदे होंगे. बोर्ड की परीक्षा के समय स्टूडेंट को अपना सेंटर तलाश करने में परेशानी नहीं होगी. साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सरकारी स्कूलों को भी सेन्टर बनाया जाता है. एग्जाम देने बाहर से आने वाले अभ्यर्थी जीआईएस के जरिए अपना सेन्टर गूगल पर सर्च कर, सीधे अपने सेन्टर पर पहुंच सकेंगे. उन्हें भटकना नहीं पड़ेगा. इसके अलावा शाला दर्पण का रिकॉर्ड भी अपडेट हो जाएगा.
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