
राजस्थान में महिलाओं के ख़िलाफ़ अत्याचार के मुद्दे पर बोलने के लिए सरकार ने एक मंत्री को बर्खास्त कर दिया, लेकिन लगता है, सूबे में पुलिस की सिपाही भी सुरक्षित नहीं हैं. भीलवाड़ा में थाने में तैनात एक महिला कॉन्स्टेबल के उत्पीड़न का मामला सामने आया है, जिससे महकमे में हड़कंप मच गया है. महिला कॉन्स्टेबल की शिकायत के बाद तीनों आरोपी पुलिसकर्मियों के ख़िलाफ़ प्रताप नगर थाने में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है, और एक आरोपी सिपाही का तबादला दूसरे थाने में कर दिया गया है.
राजस्थान के भीलवाड़ा में पुलिस थाना प्रताप नगर में महिला कॉन्स्टेबल के कथित उत्पीड़न की शिकायत मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक आदर्श सिद्धू के निर्देश पर तीन पुलिसकर्मियों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया गया है. एक आरोपी सिपाही का तबादला ग्रामीण क्षेत्र में कर दिया गया है.
प्रताप नगर थाने में तैनात महिला कॉन्स्टेबल ने पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर आरोप लगाया है कि गत दिनों जब उसकी नाइट ड्यूटी थी, तब तबीयत बिगड़ने पर उसने कुछ देर के लिए अपने क्वार्टर पर जाकर दवा ली. तभी सिपाही सुनील कुमार क्वार्टर पर पहुंचा, और धमकाने लगा. आरोप के मुताबिक, सिपाही ने कहा, "मैंने तेरा वीडियो बना रखा है... यह वीडियो वायरल कर मैं भी मर जाऊंगा, इसलिए तुम मुझसे बात करना शुरू कर दो..."
पीड़िता की शिकायत में यह आरोप भी लगाया गया है कि आरोपी के दो साथी रामनिवास और सुरेश विश्नोई आरोपी सिपाही का साथ दे रहे हैं. प्रताप नगर थाने में तीनों आरोपियों के खिलाफ 384 व 354डी के तहत मामला दर्ज किया गया है.