
Rajasthan News: राजस्थान के अलवर में पुलिस ने साइबर अपराधियों के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. ऑपरेशन साइबर संग्राम के तहत पुलिस ने 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया. इनमें बैंक मैनेजर भी शामिल है, जो इस फ्रॉड गिरोह का हिस्सा था. इस गिरोह ने फर्जी बैंक खातों के जरिए 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी को अंजाम दिया.
41 करोड़ की ठगी का खुलासा
पुलिस की साइकलोन सेल ने एक संदिग्ध खाते (नंबर 120032138141) की जांच की, जिसमें 101 साइबर फ्रॉड की शिकायतें मिलीं. इस खाते से 41 करोड़ रुपये की ठगी सामने आई. कुल मिलाकर 2 करोड़ रुपये का लेन-देन इस खाते से हुआ. गिरोह फर्जी फर्म, टर्नओवर और जाली दस्तावेजों के जरिए करंट और कॉर्पोरेट खाते खोलता था. ये खाते साइबर ठगों को कमीशन पर बेचे जाते थे, जो ऑनलाइन बैटिंग, गेमिंग और निवेश के नाम पर ठगी करते थे.
बरामद किया गया सामान
पुलिस ने कार्रवाई में 7 चैकबुक, 19 एटीएम कार्ड, 6 पासबुक, 12 हस्ताक्षरित चैक, 27 मोबाइल, 27 सिम कार्ड, आधार-पैन कार्ड, 3 गाड़ियों की आरसी और एक कार बरामद की. ये सामान ठगों के गैरकानूनी नेटवर्क को चलाने में इस्तेमाल होता था.
जानें कौन-कौन गिरफ्तार
गिरफ्तार आरोपियों में जगसीर उर्फ जस्सी, वेदपाल यादव, भगवान सिंह, पंकज कुशवाह, संजय अरोड़ा, गौरव सचदेवा, अमित बंसल, रामवीर पांचाल, सतीश कुमार बैरवा और प्रेम पांचाल शामिल हैं. पुलिस अब बाकी सरगनाओं और उनके नेटवर्क की तलाश में जुटी है.
पुलिस की बड़ी कार्रवाई
एसपी सुधीर चौधरी के निर्देशन और एएसपी कांबले शरण गोपीनाथ की अगुवाई में बनी एसआईटी ने ऑनलाइन फ्रॉड, सेक्सटॉर्शन और ओएलएक्स ठगी के खिलाफ यह कार्रवाई की.
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