
Rajasthan News: राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले के कपासन में एक युवक की पानी की मांग करना भारी पड़ गया. धोबी खेड़ा गांव के 20 वर्षीय सूरज माली ने सोशल मीडिया पर कपासन तालाब में मातृकुंडिया बांध का पानी लाने की मांग उठाई थी. इसके लिए उन्होंने स्थानीय विधायक अर्जुनलाल जीनगर को उनके चुनावी वादे की याद दिलाते हुए कई वीडियो पोस्ट किए. लेकिन 15 सितंबर की शाम को सूरज पर कुछ नकाबपोश बदमाशों ने लोहे की सरिया और पाइप से हमला कर दिया. हमलावरों ने सूरज के दोनों पैर तोड़ दिए. सूरज का कहना है कि हमले से पहले उसे धमकियां मिल रही थीं. वहीं अब इस घटना को लेकर इलाके में जोरदार प्रदर्शन किया जा रहा है.
पूर्व सीएम गहलोत ने की पीड़ित से मुलाकात
इस घटना के बाद रविवार को राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कपासन पहुंचे. उन्होंने सूरज और उसके परिवार से मुलाकात की और जनसभा को संबोधित किया. गहलोत ने कहा कि पानी की मांग करने पर बजरी माफियाओं ने सूरज के साथ बर्बरता की. उन्होंने पुलिस पर सवाल उठाते हुए कहा कि तीन में से दो पकड़े गए आरोपी डमी हैं. गहलोत ने मांग की कि असली आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाए.
प्रदेश में बिगड़ी कानून व्यवस्था पर सवाल
गहलोत ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह बिगड़ चुकी है. उन्होंने सरकार से गुड गवर्नेंस की मांग की. साथ ही अतिवृष्टि से खराब सड़कों और फसलों के नुकसान का जिक्र करते हुए किसानों को मुआवजा देने की बात कही. गहलोत ने मुख्यमंत्री को चुनौती दी कि वे सरकार में सुधार करें ताकि जनता को फायदा हो.
कांग्रेस की जांच और रिलीफ की मांग
गहलोत ने ऐलान किया कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी की एक टीम कपासन आकर मामले की जांच करेगी. उन्होंने प्रशासन से सूरज के इलाज के लिए रिलीफ फंड देने की मांग की. स्थानीय लोग शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं और सरकार से सख्त कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं.
आमजन में आक्रोश
इस घटना ने इलाके में गुस्सा पैदा कर दिया है. लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या पानी की मांग करना अब अपराध है? सूरज के समर्थन में स्थानीय लोग एकजुट हो रहे हैं और प्रशासन से इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं.