Jodhpur News : रीट भर्ती परीक्षा 2021 (Reet exam 2021) में फर्जीवाड़े के मामले में जोधपुर पुलिस ने इमरती नाम की एक महिला को गिरफ्तार किया है. यह महिला तीन साल से फरार थी और उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने 25000 रुपये का इनाम घोषित किया हुआ था. उसके नाम पर एक दूसरी महिला परीक्षा देना चाहती थी. रीट भर्ती मामले में इसे जोधपुर पुलिस के लिए एक बड़ी कामयाबी माना जा रहा है. जोधपुर के पुलिस महानिरीक्षक विकास कुमार ने बताया कि रीट भर्ती परीक्षा में ये चौथी और विभिन्न पेपर लीक मामलों में दसवीं गिरफ्तारी है. उन्होंने बताया कि वर्ष 2021 में बालोतरा में हुई रीट परीक्षा में इमरती का नाम मुख्य सूत्रधार के तौर पर सामने आया था.
होटल में छिप कर रहती थी महिला
आईजी विकास कुमार ने बताया कि जोधपुर के उमरलई गांव के रमेश की पत्नी इमरती को उनकी विशेष साइक्लोनर टीम ने रविवार (17 नवंबर) को गिरफ्तार किया. इस टीम ने महिला को बालेसर थाना क्षेत्र के बंबोर गांव में एक होटल से गिरफ्तार किया. यह उसके पिता का होटल था और उसके पीछे वह छिप कर रह रही थी.
पुलिस की टीम ने इससे पहले तीन बार इमरती को घेरने की कोशिश की लेकिन वह हर बार चकमा देने में कामयाब रही. इस बार पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने के लिए एक योजना बनाई. उनके दो-दो सदस्य ग्राहक बनकर होटल में पहुंचे और ड्राइवरों ने बाहर से घेरा डाल दिया जिससे इस बार इमरती को भागने का मौका नहीं मिल सका.
पुलिस ने बताया कि पिछले तीन सालों में फरारी के दौरान वह अलग-अलग जगहों पर छिपी हुई थी और खेतों में फसल काटने जैसे काम भी करती थी.
वृंदावन से डमी कैंडिडेट की गिरफ्तारी से मिला सुराग
शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि उसका संबंध पेपर लीक घोटाले की मुख्य सूत्रधार छम्मी बिश्नोई से था. छम्मी ने उसकी जगह परीक्षा में डमी उम्मीदवार बन कर परीक्षा देने का सौदा किया था. वर्ष 2021 में पुलिस ने इमरती के दस्तावेज और परीक्षा प्रवेश पत्र बरामद किए और जांच में पता चला कि उसकी फोटो में कंप्यूटर से छेड़छाड़ की गई थी.
छम्मी बिश्नोई को तीन महीने पहले वृंदावन से गिरफ्तार किया गया जहाँ वह पुजारिन बन कर छिपी हुई थी. इस गिरफ्तारी के बाद पुलिस को इमरती के बारे में अहम सुराग मिला जिससे वह उसे पकड़ने में कामयाब रही.
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