![राजस्थान में दूसरों की जगह पेपर देने वालों की अब खैर नहीं, आयोग ने तैयार किया ये एक्शन प्लान राजस्थान में दूसरों की जगह पेपर देने वालों की अब खैर नहीं, आयोग ने तैयार किया ये एक्शन प्लान](https://c.ndtvimg.com/2024-04/lr262s0g_exam-representative-image_625x300_17_April_24.png?im=FitAndFill,algorithm=dnn,width=773,height=435)
Beginning of competitive examination in Rajasthan: राजस्थान लोक सेवा आयोग (Rajasthan Public Service Commission) द्वारा मई-जून महीने में 27 विभिन्न विषयों के लिए आयोजित की जाने वाली असिस्टेंट प्रोफेसर, लाइब्रेरियन और पीटीआई परीक्षा-2023 की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. इस परीक्षा शुरुआत 16 मई 2024 से होगी, जो कि 2 जून 2024 तक चलेगा. इस बार की प्रतियोगी परीक्षा खास होने वाली है, क्योंकि प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर खास इंतेजाम किए है.
डमी कैंडिडेट्स के नकल पर लगेगी रोक
आयोग सचिव राम निवास मेहता ने बताया कि इन परीक्षाओं के शुचिता पूर्ण आयोजन और डमी अभ्यर्थियों की संभावना को रोकने के लिए आयोग द्वारा इस परीक्षा से अभ्यर्थियों की हैंडराइटिंग का नमूना भी अटेंडेंस शीट पर लिया जाएगा. इसी प्रकार अटेंडेंस शीट पर अभ्यर्थी की स्पष्ट और बड़ी फोटो प्रिंट की जाएगी ताकि परीक्षा केन्द्र पर पर्यवेक्षकों द्वारा अभ्यर्थी की पहचान अच्छे से सुनिश्चित करते हुए डमी अभ्यर्थियों को रोका जा सके.
लिया जाएगा केंडिडेट की हैंडराइटिंग का नमूना
आयोग द्वारा जारी प्रवेश-पत्र के साथ अटेंडेंस शीट भी संलग्न होती है. इस शीट को परीक्षा केंद्र पर केंद्राधीक्षक अभ्यर्थी की पहचान कर उनका हस्ताक्षर करवाकर प्रवेश-पत्र से अलग कर केन्द्र पर जमा करते हैं. परीक्षा खत्म होने के बाद यह अटेंडेंस शीट परीक्षा सामग्री के साथ आयोग को भेजी जाती है. परीक्षार्थी को अटेंडेंस शीट के निचले भाग में दिए गए स्थान पर अभिजागर की उपस्थिति में एक वाक्य लिखना होगा. इसके पश्चात अभ्यर्थी अपने हस्ताक्षर कर स्वयं के द्वारा लिखे गए वाक्य की पुष्टि करेगा.
2033 पदों के लिए 182257 अभ्यर्थी पंजीकृत
आयोग के मुख्य परीक्षा नियंत्रक आशुतोष गुप्ता ने बताया कि उक्त परीक्षा के तहत 27 विषयों के कुल 2033 पदों के लिए परीक्षाओं का आयोजन अजमेर और जयपुर जिला मुख्यालय पर निर्धारित कार्यक्रमानुसार किया जाएगा. परीक्षा के लिए 1 लाख 82 हजार 257 अभ्यर्थी पंजीकृत किए गए हैं. आयोग द्वारा प्रश्न-पत्रों की सुरक्षा के संबंध में भी विभिन्न आवश्यक कदम उठाए गए हैं.