
India Tourism: केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बुधवार को कहा कि भारत में पर्यटन के विकास में केरल का महत्वपूर्ण योगदान है और उन्होंने पर्यटन क्षेत्र में राज्य की अग्रणी पहल को आगे बढ़ाने के लिए केंद्र की ओर से पूर्ण समर्थन का वादा किया. राज्य में पर्यटन परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा के लिए यहां आयोजित बैठक में बोलते हुए शेखावत ने कहा कि राज्य को पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के लिए नए उत्पादों का अनावरण करने के साथ ही एक या दो प्रतिष्ठित स्थलों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए. इस अवसर पर राज्य के पर्यटन मंत्री पीए मोहम्मद रियास और केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री सुरेश गोपी उपस्थित थे.
नए उत्पादों को लॉन्च करने की आवश्यकता
शेखावत ने कहा, "केरल भारत में पर्यटन के विकास में बहुत बड़ा योगदान देता है. केरल के पर्यटन क्षेत्र में आगे भी विकास की अपार संभावनाएं हैं. इसके लिए नए उत्पादों को लॉन्च करने की आवश्यकता है, खासकर समुद्र तट, आयुर्वेद, स्वास्थ्य, विरासत, तीर्थयात्रा और आध्यात्मिक पर्यटन पर ध्यान केंद्रित करना. साथ ही, राज्य को वैश्विक गंतव्य के रूप में अपनी स्थिति को और मजबूत करने के लिए एक या दो प्रतिष्ठित स्थलों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए. "
"केरल भारत के पर्यटन विकास में महत्वपूर्ण योगदान"
उन्होंने कहा कि केरल भारत के पर्यटन विकास में महत्वपूर्ण योगदान बना रहेगा. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार आयुर्वेद और समुद्र तटीय पर्यटन पर केंद्रित विशेष पैकेज के लिए राज्य के प्रस्ताव को मंजूरी दे, ताकि अंतरराष्ट्रीय और घरेलू पर्यटकों का आगमन बढ़ सके, जिससे देश की विदेशी आय में वृद्धि होगी. रियास ने कहा, "राज्य द्वारा विविध आकर्षणों के वैश्विक गंतव्य के रूप में चलाए जा रहे वैश्विक विपणन अभियानों में केंद्र का समर्थन महत्वपूर्ण है."
देश में अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों का आगमन बढ़ेगा
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अगले महीने होने वाले अरब ट्रैवल मार्ट से दूर रहने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करे, क्योंकि अरब ट्रैवल मार्ट में भारत की भागीदारी से देश में अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों का आगमन बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि मध्य पूर्व केरल पर्यटन का एक प्रमुख बाजार है.
तीर्थ पर्यटन सर्किट परियोजना की प्रगति की समीक्षा
इसके बाद बैठक में तीर्थ पर्यटन सर्किट परियोजना की प्रगति की समीक्षा की गई, जिसमें सबरीमाला, श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर और गुरुवायुर श्री कृष्ण मंदिर, स्वदेशी दर्शन 2.0 के अंतर्गत परियोजनाएं, प्रसाद परियोजना, थालास्सेरी आध्यात्मिक नेक्सस परियोजना, बेपोर, कुमारकोम और वर्कला शिवगिरी परियोजनाएं शामिल हैं. बैठक में राज्य द्वारा केन्द्र को प्रस्तुत परियोजनाओं की प्रगति की भी समीक्षा की गई.
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