Magh Month 2024 Date: हिन्दू कैलेण्डर में वैसे तो सभी महीनों का अपना अलग महत्व है, लेकिन माघ के महीने को बहुत ही खास माना गया है. हिन्दू पंचांग का ये महीना इस बार 26 जनवरी से शुरू हो गया है और 24 फरवरी तक चलेगा. माघ मास धर्म-कर्म के नजरिए से बहुत एहम माना गया है. मान्यता है की इस महीने में पूजन, तीर्थ स्नान, दर्शन और दान से मोक्ष की प्राप्ति होती है. साथ ही माघ शुरू होते ही श्रद्धालु महीनेभर कल्पवास करते हैं.
माघ की धार्मिक मान्यता
इस महीने में आने वाली पूर्णिमा पर चन्द्रमा मघा नक्षत्र में होते हैं. इसलिए इस माह का नाम माघ पड़ा है. ये मान्यता भी है की इस महीने में तीर्थ, पवित्र नदियों और बीकानेर जिले के कोलायत स्थित कपिल मुनि सरोवर में डुबकी लगाने से हर तरह के पाप खत्म हो जाते हैं और स्वर्ग की प्राप्ति होती है. पद्म पुराण के अनुसार माघ मास में की गए दान का अक्षय फल मिलता है. इसका पुण्य हमेशा बना रहता है.
इस महीने में श्रद्धालु करते हैं कल्पवास
इस विशेष महीने में एक विशेष तपस्या भी की जाती है, जिसे कल्पवास कहा जाता है. इसमें पौष पूर्णिमा से माघ मास की पूर्णिमा तक तपस्या होती है. इसमें गंगा यमुना संगम के किनारे एकान्त में नियम और संयम से रहकर व्रत, पूजा, दान और स्नान किया जाता है. इस दौरान दिन में तीन बार स्नान और चौबीस घंटों में एक बार भोजन किया जाता है. एक महीने तक लोग भक्ति में लीन रह कर साधारण जीवन जीते हैं. जो लोग ये तपस्या करते हैं उन्हें पूरे महीने तक काम, क्रोध, मोह और माया से दूर रहना होता है.
कपिल मुनि मन्दिर में पहुंच रहे श्रद्धालु
धर्म शास्त्री बताते हैं कि माघ मास में स्नान दान करने से अश्वमेघ यज्ञ के बराबर पुण्य मिलता है. इस महीने में तीर्थ स्नान और तीर्थ दर्शन जरूर करने चाहिए और स्नान के बाद सूर्य को जल अर्पण करना चाहिए. 26 जनवरी से माघ मास शुरू हुआ है और 24 फरवरी तक चलेगा. इस दौरान बीकानेर के कोलायत स्थित कपिल मुनि मन्दिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु माघ स्नान और दर्शन करने के लिए आने लगे हैं. इस दौरान वे तिल और अन्य चीजों का दान कर रहे हैं.
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