Parliament Session: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने बुधवार को राज्यसभा (Rajya Sabha) में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देते हुए विपक्षी दल कांग्रेस (Congress) पर जमकर निशाना साधा. पीएम मोदी ने कहा, 'मैं मल्लिकार्जुन खरगे को धन्यवाद देना चाहता हूं. मैं उस दिन उनकी बातें बहुत ध्यान से और आनंद से सुन रहा था. लोकसभा में हमें मनोरंजन की जो कमी खल रही थी, वह उन्होंने पूरी कर दी. मुझे इस बात की खुशी थी कि खरगे आराम से बोल रहे थे. मैं सोचा कि उन्हें इतना बोलने की आजादी कैसे मिली? तब मैंने ध्यान दिया कि उनके साथ जो दो कमांडो (सोनिया गांधी और राहुल गांधी) रहते हैं वो उस दिन नहीं थे. इसलिए वो आजादी से बात कर पा रहे थे. उन्हें भी लग रहा था कि फिर ये आजादी कब मिलेगी.'
Speaking in the Rajya Sabha. https://t.co/fNP5AOeIuV
— Narendra Modi (@narendramodi) February 7, 2024
'ये पार्टी सच में आउटडेटेड हो गई है'
पीएम मोदी ने आगे कहा, 'आज भी आप मुझे ना सुनने की तैयारी के साथ आए हैं. लेकिन आप मेरी आवाज को दबा नहीं सकते हैं. मैं आपको बता दूं कि मेरे साथ जनता की ताकत है. उस दिन आप लोगों ने मेरे ऊपर जो जुल्म किया था, मैं आज उसका जवाब देने आया हूं. मुझे खरगे जैसे वरिष्ठ से मर्यादा में रहने की उम्मीद थी. लेकिन उनके उस बयान के बाद अपनी मर्यादा रखी. हमें बहुत सुनाया गया है और हमने बहुत सुना है. अब सोचकर लगता है कि ये पार्टी सोच से भी आउटडेटेड हो गई है. अब इन लोगों ने अपना काम भी आउटसोर्स कर लिया है. इतने बड़े दल की इतनी बड़ी गिरावट, ये देखकर हमें खुशी नहीं हो रही है. हमारी आपके प्रति संवेदनाएं हैं. जिस कांग्रेस ने सत्ता के लालच में सरेआम लोकतंत्र का गला घोंट दिया था, जिस कांग्रेस ने लोकतंत्र की मर्यादाओं ने जेल की सलाखों के पीछे बंद कर दिया था. जो कांग्रेस देश को तोड़ने के नैरेटिव गढ़ने का शौक पैदा हुआ है. इतना तोड़ा कम नहीं है. अब उत्तर दक्षिण को तोड़ने का बयान दे रहे हैं. ये कांग्रेस हमे लोकतंत्र पर प्रवचन दे रही है.'
'उनके अपने नेता की गारंटी नहीं है'
कांग्रेस पर हमला जारी रखते हुए पीएम मोदी ने आगे कहा, 'जिस कांग्रेस ने आतंवाद और अलगाववाद को पलने दिया, जिस कांग्रेस ने देश की सेनाओं का आधुनिकरण होने से रोक दिया, वो आज हमें राष्ट्रीय सुरक्षा और आंतरिक सुरक्षा को लेकर भाषण दे रहे हैं. जो कांग्रेस 10 साल में देश की अर्थव्यवस्था को 12 से 11वे नंबर पर ही ला सकी. हम 10 साल में उस अर्थव्यवस्था को 5वें नबर पर ले आए. जिस कांग्रेस अपने नेता गारंटी नहीं है, वो मोदी की गारंटी पर सवाल उठा रहे हैं. जनता इनको एक बार फिर जवाब देने जा रही है. कांग्रेस की आज जो हालात है वो कांग्रेस के कर्मों का ही फल है. इसलिए हमे कुछ भी कहने की जरूरत नहीं है. कांग्रेस के राज में उस समय की सरकार को बीमारी का तो पता था, लेकिन उसको कैसे सुधारा जाए इसे लेकर कभी कोई तैयारी नहीं की. हम देश को कठिन दौर से बाहर लेकर आए हैं. ये देश हमें ऐसे ही आशीर्वाद नहीं दे रहा है.'
मोदी के आने का इंतजार क्यों करना पड़ा?
पीएम मोदी ने कहा, 'मैं पूछना चाहता हूं कि अंग्रेजों से कौन इंस्पायर था? आजादी के बाद भी देश में गुलामी की मानसिकता को किसने बढ़ावा दिया? अगर आप अंग्रेजों से प्रभावित नहीं थे अंग्रेजों के जमाने के कानून कैसे चलते रहे. कांग्रेस अगर अंग्रेजों से प्रेरित नहीं थी तो राज पथ को कर्तव्य पथ बनने के लिए मोदी के आने का इंतजार क्यों करना पड़ा? अगर आप अंग्रेजों से प्रेरित नहीं थे तो आपने अपने सैनिकों के लिए एक वॉर मेमोरियल क्यों नहीं बनाए. अगर आप अंग्रेजों से प्रभावित नहीं थे तो अपनी भाषा को आगे क्यों नहीं बढ़ाया. मैं पूछना चाहता हूं कि कांग्रेस के फैलाए गए नैरेटिव की वजह से हमारी संस्कृति को गलत तरीके से देखा जाने लगा. अपनी संस्कृति को गाली देना अच्छा माना जाता था. दूसरे देश से आयात करना एक स्टेट्स बना दिया गया था. ये लोग आज भी वोकल फॉर लोकल बोलने से बच रहे हैं. राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने अभिभाषण में चार जाति यानी गरीब, महिला, युवा और किसान का जिक्र किया था. हमें इन सभी स्तंभों को और मजबूत करना होगा, और हमारी सरकार इसी में लगी है. '
'बाबा साहेब के विचार खत्म करने में..'
पीएम मोदी ने आगे कहा, 'कांग्रेस दलित, पिछड़ा वर्ग, और आदिवासियों की तो जन्मजात विरोधी रही है. अगर बाबा साहेब नहीं होते तो शायद ही इन जातियों को कभी आरक्षण मिलता. एक बार नेहरू ने मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखी थी- 'मैं किसी भी आरक्षण को पसंद नहीं करता, खासकर नौकरी में आरक्षण तो कतई नहीं. मैं ऐसे किसी भी कदम के खिलाफ हूं जो अकुशलता को बढ़ावा दे. जो दोयम दर्जे की तरफ ले जाए'. नेहरू कहा करते थे कि अगर एससी, एसटी और ओबीसी को नौकरी में आरक्षण मिला होता तो काम का स्तर गिर जाता. सोचिए, अगर उन्होंने उस दौरान इन जातियों को आरक्षण दे दिया होता तो आज इन जातियों के लोग भी बड़े बड़े पदों पर होते. एक बार नेहरू का कहा हमेशा से ही कांग्रेस के लिए पत्थर की लकीर होता है. मैं एक उदाहरण जम्मू-कश्मीर का देना चाहता हूं. कांग्रेस ने यहां के एससी, एसटी और ओबीसी को सात दशकों तक उनके अधिकारों से वंचित रखा. हमने जब जम्मू-कश्मीर से 370 हटाया तब जाकर वहां सात दशकों बाद कई लोगों को समान्य अधिकार मिल सका. कांग्रेस ने बाबा साहेब के विचारों को खत्म करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. और ये सारी बातें ऑन रिकॉर्ड हैं.'