
राजस्थान की राजधानी जयपुर में मंगलवार को बीजेपी कार्यकर्ताओं ने अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ बड़ा विरोध प्रदर्शन किया. प्रदेशभर से आए बीजेपी के हजारों कार्यकर्ताओं ने सचिवालय का घेराव किया. उनकी पुलिस से जोरदार झड़प हो गई. आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड्स तोड़ दिए और नारेबाजी की. ऐसे में पुलिस ने लाठीचार्ज और वॉटर कैनन का इस्तेमाल करते हुए भीड़ को खदेड़ा. इस बीच उप नेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया की पुलिस से झड़प हो गई. पुलिस के साथ धक्का-मुक्की में कुछ कार्यकर्ताओं को चोटें आई हैं.
प्रदर्शन में प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़, उप नेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया, सांसद राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़, सांसद सुमेधानंद सहित बीजेपी के कई बड़े नेताओं ने गिरफ्तारियां दीं. भारी भीड़ के कारण सचिवालय और आसपास रास्तों पर जाम लग गया. वाहनों की लंबी कतारों के कारण आमजन जाम में फंसकर रह गया.
पीएम मोदी ने भी दोहराया था ये नारा
'नहीं सहेगा राजस्थान' का नारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने सीकर दौरे के तहत दोहराया था. पीएम ने कहा था, "राजस्थान भ्रष्टाचार, महिलाओं का अपमान और उनके खिलाफ अपराध नहीं सहेगा. किसानों की दुर्दशा और बार बार हो रहे एग्जाम पेपर लीक भी नहीं सहेगा."

16 जुलाई को जेपी नड्डा ने की थी शुरुआत
16 जुलाई को 'नहीं सहेगा राजस्थान' अभियान की शुरुआत जयपुर के बीलवा से बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने की थी. इस अभियान के तहत बीजेपी ने सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार, पेपर लीक, कर्जमाफी, महिला और दलित अत्याचार, कानून व्यवस्था व अन्य मुद्दों को लेकर प्रदेशभर में कई कार्यक्रम किए.
प्रदर्शन में शामिल हुए लाखों बीजेपी कार्यकर्ता
बीजेपी का दावा है कि इस घेराव कार्यक्रम में शामिल होने के लिए प्रदेशभर से लाखों लोग जयपुर आए. बीजेपी के 'चलो जयपुर' नारे को पीएम नरेंद्र मोदी ने भी समर्थन दिया. इस आंदोलन के जरिए बीजेपी के 'नहीं सहेगा राजस्थान' अभियान का समापन हो गया.