
Campus Placement News: सेशन समाप्त होने की तारीख नजदीक आने के साथ ही पढ़ाई कर रहे छात्रों की नौकरी की दौड़ शुरू हो जाती है. इस दौड़ में कई छात्र पहले बाजी मार जाते हैं तो कई को लंबे इंतजार के बाद भी ढंग की नौकरी नहीं मिलती. लेकिन कैंपस प्लेसमेंट के जरिए नौकरी में आने वाले छात्रों का भविष्य बेहतर हो जाता है. इसलिए लगभग सभी अच्छे संस्थानों में कैंपस प्लेसमेंट सेल काम करता है. कोई कॉलेज या यूनिवर्सिटी कितना बेहतर है इसका एक पैमाना कैंपस प्लेसमेंट भी होता है. उच्च शिक्षा के लिए राजस्थान में कई ऐसे संस्थान हैं, जहां न केवल बच्चों को अच्छी पढ़ाई मिलती है बल्कि कोर्स कंप्लीट करते-करते एक अच्छी कंपनी में नौकरी भी मिलती है. इसका एक हालिया उदाहरण जोधपुर के एमबीएम इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी से सामने आया है. जहां के 36 विद्यार्थियों का कैंपस सलेक्शन मल्टीनेशनल कंपनी में हुआ है.
वेदांता ग्रुप में हुआ सलेक्शन, 13-16 लाख तक पैकेज
एमबीएम यूनिर्वसिटी के 36 छात्रों का भारत के प्रतिष्ठित औद्योगिक समूह वेदांता लिमिटेड में सलेक्शन हुआ है. इन छात्रों का शुरुआती पैकेज 13 से 16 लाख रुपए हैं. विश्वविद्यालय के अधिकारी व आर्किटेक्ट विभाग के शिक्षक कमलेश कुम्हार ने बताया कि वेदांता लिमिटेड भारत, दक्षिण अफ्रीका, लाइबेरिया और नामीबिया में संचालित एक अग्रणी वैश्विक प्राकृतिक संसाधन और प्रौद्योगिकी समूह है यह एक भारतीय बहुराष्ट्रीय खनन कंपनी है जिसका मुख्यालय मुंबई में है, इसका मुख्य परिचालन गोवा, कर्नाटक, राजस्थान और ओडिशा में लौह अयस्क, सोना और एल्यूमीनियम खदानों में है वेदांता लिमिटेड तेल और गैस, जिंक-सीसा-चांदी, एल्युमीनियम, लौह अयस्क, स्टील, तांबा, फेरो मिश्र धातु, पावर, निकल, सेमीकंडक्टर और ग्लास में रुचि रखने वाली प्राकृतिक संसाधनों के स्पेक्ट्रम में एक विशिष्ट विविधता वाली कंपनी हैं.
कैंपस सलेक्शन में चयन की ये रही प्रक्रिया
कैंपस सलेक्शन की प्रक्रिया के विभिन्न चरणों में विद्यार्थियों की कुशलता, तकनीकी ज्ञान और प्रबंधन कला को परखा गया. साथ ही इंटर्नशिप एवं संबंधित तकनीक आधारित अनुभव पर कंपनी ने खासा जोर दिया गया. विद्यार्थियों के प्रोजेक्ट्स पर विस्तार में सवाल पूछे गए. इसके बाद वेदांता लिमिटेड ने माइनिंग इंजीनियरिंग विभाग से अभिषेक जाट, अजय सिंह झाला, अल्ताफ मंसूरी, अनिष्का शर्मा, भव्या शर्मा, दिलीप मेनारिया, दिव्यांशु दवे, जीतेन्द्र चौधरी, कपिल पटेल, मनु गुप्ता, नवीन, रामकेश सैनी, रोहित माहेश्वरी, रुचि गुप्ता, रुचिता सुथार, साक्षी गंगानी, सौरभ मिश्रा, सुनील चौधरी, उत्सव गौड़, यश गुप्ता, निरमा चौधरी का चयन किया.
वहीं मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग से जाहिद खान, रागेश्वरी चूंडावत, शिवम गर्ग, दीपक कुमार जांगिड़, राहुल गोचर तथा इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग से निकिता नागर, अनमोल सिंह, तन्नु कवर, साक्षी व्यास, कीर्ति शर्मा, ध्वनि, सुरभि गहलोत, कुणाल चांडक, चिराग सिंघल और अक्षत शर्मा चयनित हुए.
कॉलेज के प्रोफेसरों ने छात्रों को दी बधाई
एमबीएम विश्वविद्यालय के ट्रेंनिंग एंड प्लेसमेंट ऑफीसर प्रोफेसर डॉ अरविंद कुमार वर्मा ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा विभिन्न औद्योगिक और अनुसंधान संगठनों के साथ एमओयू के तहत विषय विशेषज्ञों द्वारा आयोजित किए जा रहे विभिन्न कार्यशाला और सेमिनार से विद्यार्थियों में वर्तमान में आवश्यक तकनीकी एवं नेतृत्व क्षमता विकसित करने में सहायता मिलती है.
सभी चयनित विद्यार्थी एमबीएम विश्वविद्यालय के बीई अंतिम वर्ष में अध्ययन कर रहे हैं और इंजीनियरिंग कोर्स पूरा करने से पूर्व ही उनका चयन हो गया है. माइनिंग इंजीनियरिंग विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर रामप्रसाद चौधरी, मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर एस के सिंह तथा इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर एम के भास्कर ने चयनित विद्यार्थियों की हौसला हौसला अफ़जाई भी की.
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