
Gaza attack: इजरायल (Israel) ने फिलीस्तीनी संगठन हमास (Hamas) के साथ संघर्ष विराम के बाद गाजा पर अब तक का सबसे बड़ा हमला किया है. इसमें 400 से अधिक लोग मारे गए. दोनों पक्षों के बीच 19 जनवरी को युद्ध विराम शुरू हुआ था. मंगलवार (18 मार्च) को गाजा में कम-से-कम 413 लोगों की जान गई. गाजा की नागरिक सुरक्षा एजेंसी ने कहा है कि रमज़ान के महीने में किए गए हवाई हमलों में "ज्यादातर बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग" मारे गए और लगभग 150 लोग घायल हो गए.
मंगलवार को हुए हवाई हमलों के बाद विस्फोटों की आवाज उत्तरी गाजा, गाजा शहर और मध्य एवं दक्षिणी गाजा पट्टी के दीर अल-बलाह, खान यूनिस और राफा सहित कई स्थानों पर सुनी गई. बताया जा रहा है कि गाजा पट्टी में हमास की पुलिस और आंतरिक सुरक्षा सेवाओं का नेतृत्व करने वाले महमूद अबू वत्फा की भी हमले में मौत हो गई.

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इजरायली प्रधानमंत्री ने कहा और मज़बूती से हमले होंगे
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने एक बयान में कहा कि हमलों का आदेश "हमास द्वारा हमारे बंधकों को रिहा करने से बार-बार इनकार करने तथा अमेरिकी राष्ट्रपति के दूत स्टीव विटकॉफ और मध्यस्थों से प्राप्त सभी प्रस्तावों को अस्वीकार करने के बाद दिया गया."
बयान में कहा गया है कि इजरायल अब हमास के खिलाफ "और भी अधिक सैन्य शक्ति" के साथ कार्रवाई करेगा. इजरायल ने गाजा के पड़ोसी क्षेत्रों के सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है.
हमास का आरोप- लड़ाई के नाम पर राजनीति कर रहे नेतन्याहू
हमले के बाद प्रतिक्रिया करते हुए हमास ने कहा कि इजरायल ने फिर से लड़ाई छेड़ कर अपने बंधकों की "कुर्बानी" देने का फ़ैसला किया है. हमास के एक अधिकारी ने एक बयान में कहा, "नेतन्याहू का युद्ध पुनः शुरू करने का फ़ैसला, बंधकों की क़ुर्बानी देने और उन्हें मौत की सज़ा देने का फ़ैसला है." हमास नेता ने कहा कि इजरायली नेता अपने देश की चुनौतियों से ध्यान हटाने के लिए लड़ाई का इस्तेमाल राजनीति के लिए कर रहे हैं.
वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय व्हाइट हाउस के प्रवक्ता ने कहा कि इजरायल ने हमले करने से पहले ट्रंप प्रशासन से संपर्क कर सलाह ली थी.
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