
World Happiness Report 2025: हर साल 20 मार्च को इंटरनेशनल डे ऑफ हैप्पीनेस (The International Day of Happiness) मनाया जाता है. संयुक्त राष्ट्र की पहल पर शुरू किए गए इस दिन का उद्देश्य प्रगति का मतलब सिर्फ आर्थिक प्रगति नहीं बल्कि लोगों की खुशी को प्राथमिकता दिलाना है. इस दिन हर वर्ष की तरह इस बार भी एक वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट जारी की गई. इसमें फिनलैंड लगातार आठवें साल शीर्ष पर रहा और उसे दुनिया का सबसे खुशहाल देश बताया गया. इस रिपोर्ट में विभिन्न देशों में रहने वाले निवासियों की प्रतिक्रिया के आधार पर 140 से अधिक देशों में जीवन की गुणवत्ता का आकलन किया गया है.
फॉर्च्यून की रिपोर्ट के अनुसार इस रिपोर्ट में 147 देशों में सोशल सहायता, स्वास्थ्य, स्वतंत्रता, उदारता, भ्रष्टाचार और सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) जैसे विभिन्न कारकों के आधार पर मूल्यांकन किया गया. लिस्ट में फिनलैंड के बाद डेनमार्क, आइसलैंड, स्वीडन और नीदरलैंड सबसे खुशहाल देश रहे. दिलचस्प बात यह है कि अमेरिका 24 नंबर पर रहा, जो अब तक की उसकी सबसे निचली रैंकिंग है. ब्रिटेन उससे आगे 23 नंबर पर है.

दुनिया के 10 सबसे खुशहाल देश
- फिनलैंड
- डेनमार्क
- आइसलैंड
- स्वीडन
- नीदरलैंड
- कोस्टा रिका
- नॉर्वे
- इजराइल
- लक्जमबर्ग
- मेक्सिको
भारत किस नंबर पर है?
भारत इस बार इस लिस्ट में 8 स्थान ऊपर आया है. वर्ष 2025 की लिस्ट में भारत 118वें स्थान पर है. जबकि, वर्ष 2024 में वह 126वें स्थान पर था. हालांकि, भारत अभी भी यूक्रेन, मोजाम्बिक और इराक जैसे देशों से पीछे है जहां युद्ध हो रहे हैं.
भारत के पड़ोसी देशों में नेपाल की स्थिति सबसे अच्छी है, जो 92वें स्थान पर है. लिस्ट में पाकिस्तान 109, चीन 68, जबकि श्रीलंका और बांग्लादेश 133 और 134 नंबर पर हैं.