Cyber Frauds of Mewat: राजस्थान में ऑपरेशन एंटी वायरस के तहत पुलिस साइबर ठगों पर लगातार नकेल कस रही है. भरतपुर आईजी राहुल प्रकाश के नेतृत्व में चल रहे इस ऑपरेशन में पुलिस ने मेवात क्षेत्र के कई ठग गिरोह का भंडोफोड़ किया है. इसी कड़ी में गुरुवार को डीग जिले में एक और साइबर ठग गिरोह का खुलासा हुआ. जो सोशल मीडिया पर हथियार बेचने का विज्ञापननुमा पोस्ट डालकर ठगी करता था.
मुगस्का के पहाड़ों पर पुलिस की दबिश
डीग जिले की पुलिस ने मुगस्का के पहाड़ों में दबिश देकर 4 साइबर ठगों को अवैध हथियार के साथ गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार साइबर ठगों के पास मौके से 315 बोर के 12 देसी कट्टा, 315 बोर का एक पोना, 32 बोर की एक पिस्टल, 315 बोर के 9 कारतूस, 12 बोर के 15 कारतूस, 4 नकली पिस्टल और 6 मोबाइल जब्त किए.
पहाड़ी थाना अधिकारी बने सिंह ने बताया कि साइबर ठग और अवैध हथियार रखने वालों के खिलाफ डीग एसपी राजेश कुमार मीना के निर्देशन पर कार्रवाई करते हुए आज ऑपरेशन एंटीवायरस के तहत इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया.
पहाड़ी थाना के मोमोस गांव से हुई गिरफ्तारी
थानाधिकारी ने बताया कि गोपनीय सूचना के आधार पर टीम गठित कर पहाड़ी थाने के अंतर्गत आने वाले गांव मोमोस के पहाड़ों की तलहटी में दबिश देकर चार युवकों को पकड़ा गया. जिनके पास काफी मात्रा में अवैध हथियार और कारतूस बरामद किए गए.
सोशल मीडिया के सहारे से करते थे ठगी
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार बदमाशों के पास से 6 मोबाइल फ़ोन भी जब्त किए गए. चारों आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह साइबर ठगी का काम करते हैं. ये लोग ऑनलाइन हथियारों की होम डिलीवरी करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर विज्ञापन डालकर ठगी किया करते थे.
कई राज्यों के लोगों को लगाया चूना
इसलिए पुलिस और समाज की नजर से दूर पहाड़ की तलहटियों में बैठकर आराम से ठगी को अंजाम देते थे. ठगों से जब्त किए गए मोबाइल फोन में साइबर ठगी के और भी तथ्य, चैट्स व फोटो मिले हैं. अभी तक सामने आई जानकारी के अनुसार ये लोग हथियार बेचने की आड़ में कई राज्यों के लोगों को साइबर ठगी का निशाना बना चुके हैं.
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