
कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग की जारी अधिसूचना के अनुसार 8 अगस्त को अन्य सेवाओं से चयनित 4 अधिकारियों को प्रोबेशन पर IAS में शामिल किया गया. इनमें डॉ. नीतीश शर्मा, अमिता शर्मा, नरेंद्र कुमार मंघानी और नरेश कुमार गोयल के नाम शामिल हैं. सभी अधिकारी सामान्य वर्ग से आते हैं. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने इस चयन प्रक्रिया पर सवाल खड़े किए हैं.
"सभी वर्गों को अवसर मिलना चाहिए"
डोटासरा ने इस चयन प्रक्रिया पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि अनुसूचित जाति, जनजाति, ओबीसी, एमबीसी और अल्पसंख्यक वर्ग से किसी अधिकारी का चयन नहीं होना, भाजपा सरकार की जातिवादी मानसिकता को दर्शाता है. डोटासरा ने कहा कि राज्य की आबादी के अनुपात के हिसाब से सभी वर्गों को अवसर मिलना चाहिए.
राजस्थान में अन्य सेवा से IAS बने नीतीश शर्मा जी, अमिता शर्मा जी, नरेंद्र कुमार मंघानी जी और नरेश कुमार गोयल जी को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं।
— Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) August 19, 2025
यह बेहद गंभीर और आश्चर्यजनक है कि सरकार को SC, ST, OBC, MBC और माइनॉरिटी कैटेगरी में कोई भी योग्य अधिकारी नहीं मिला!
लोकसभा में नेता… pic.twitter.com/XMTIA3833x
डोटासरा ने सोशल मीडिया X पर किया पोस्ट
उन्होंने X पर लिखी पोस्ट में आरोप लगाया कि भाजपा सरकार की जवाबदेही पूरे समाज के प्रति नहीं बल्कि एक वर्ग विशेष तक सीमित रह गई है. उन्होंने यह भी कहा कि यही वजह है कि कांग्रेस के नेता राहुल गांधी लगातार जातिगत जनगणना की मांग कर रहे हैं, ताकि प्रत्येक वर्ग को उसकी संख्या के अनुसार प्रतिनिधित्व सुनिश्चित हो सके.
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