बुराई पर अच्छाई के प्रतीक के तौर पर मनाए जाने वाले दशहरा महोत्सव में इस बार 65 फीट का रावण अजमेर शहर के लोगों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करेगा. दशहरा उत्सव की तैयारियां नगर निगम अजमेर द्वारा जोर-शोर से की जा रही हैं. रावण, मेघनाथ और कुंभकरण का पुतला बनाने का काम करीब-करीब पूरा हो चुका है. रावण का पुतला बनाने का काम फतेहपुर सीकरी से आया एक मुस्लिम परिवार कर रहा है.
दशहरे पर दहन होने वाले रावण, मेघनाथ और कुंभकरण के पुतले बनाने का टेंडर नगर निगम द्वारा 38 शर्तों के साथ जारी किया गया था. इन्हीं शर्तों को पूरा करते हुए उत्तर प्रदेश के फतेहपुर सीकरी से आए जाकिर अहमद और उनके 20 कारीगर दिन-रात एक कर पुतले तैयार करने में जुटे हुए हैं.
रावण तलवार चलाएगा, मुंह से निकलेंगे अंगारे
सीता का अपहरण करने वाले असुरों के अधिपति रावण का पुतला इस बार भी हमेशा की तरह आकर्षण का केंद्र बना रहेगा. सिर से पैर तक उसके अंगों को खूबसूरत और आकर्षक बनाने के साथ ही सिर पर एक छतरी भी लगाई गई है. इसकी कुल लंबाई 65 फीट की होगी.
रावण दहन के दौरान रावण के मुंह से अंगारे निकलेंगे, रावण की आंखों की पुतली भी चमकेगी. कुंभकरण और मेघनाथ के पुतले में 50-50 बम के साथ ही 100-100 पटाखे लगाए जाएंगे. इनका श्रृंगार भी देखने लायक होगा, क्योंकि तीनों का तलवार, कंठा, कुंडल और जनेऊ के साथ श्रृंगार किया जाएगा.
करीब चार लाख रुपए के हैं पुतले
गौरतलब है कि नगर निगम की तरफ से पटेल मैदान में आयोजित किए जा रहे इस जिला स्तरीय कार्यक्रम में तीनों पुतलों को बनाने का खर्च चार लाख रुपए आया है.
मुस्लिम परिवार बनाता है रावण का पुतला
इस बात को लेकर भी काफी चर्चा हो रही है कि एक मुस्लिम परिवार द्वारा रावण का पुतला बनाया जा रहा है. जाकिर अहमद कहते हैं कि उनके परिवार में पिछले कई सालों से रावण के पुतले बनाने का काम होता आ रहा है. वह कहते हैं कि धर्म से परे होकर वह इस काम को करते हैं और उनका मानना है कि बुराई पर अच्छाई की जीत होनी चाहिए.
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