
Rajasthan News: राजस्थान की पूर्व सरकार के समय हुए 900 करोड़ के जल जीवन मिशन (जेजेएम) घोटाले में ईडी की टीम पूर्व मंत्री महेश जोशी से लगातार पूछताछ कर रही है. महेश जोशी 28 अप्रैल तक ईडी रिमांड पर हैं. इस दौरान कोर्ट ने महेश जोशी की तीन विशेष मांगों को स्वीकार किया है. रिमांड के दौरान घर का खाना, समय पर दवाइयां, और पत्नी से मुलाकात की अनुमति (जरूरत पड़ने पर एक घंटे तक ईडी सुरक्षा में) दी गई है.
पूर्व मंत्री महेश जोशी से पूछताछ जारी
सूत्रों के अनुसार, महेश जोशी को पहले से गिरफ्तार जलदाय विभाग के अधिकारियों और उनके परिचितों के सामने बैठाकर भी सवाल-जवाब किए जा सकते हैं. ईडी महेश जोशी के बेटे रोहित जोशी और उनकी कंपनी में निवेश किए गए 50 लाख रुपए के मामले की भी तहत तक जांच कर रही है. इस सिलसिले में रोहित और उनसे जुड़े लोगों से भी पूछताछ संभावित है.
क्या है राजस्थान का जल जीवन मिशन घोटाला
जयपुर स्थित ठेकेदारों पर भ्रष्ट तरीकों से राजस्थान के PHED विभाग से ठेके हासिल करने का आरोप
ठेकेदारों ने अधिकारियों को घूस दी और दूसरे ठेकों के जाली कम्प्लीशन सर्टिफिकेट जमा कराए
जल जीवन मिशन केंद्र सरकार की घरों में नल से स्वच्छ पेय जल उपलब्ध कराने की योजना
राज्यों में PHED पर योजना का पालन करवाने की ज़िम्मेदारी
राज्य सरकार की एसीबी के बाद अब सीबीआई और ईडी कर रही है जांच
ईडी ने अब तक तीन लोगों को किया गिरफ़्तार
PHED के कई वरिष्ठ अधिकारी, पूर्व मंत्री महेश जोशी और आईएएस अधिकारी सुबोध अग्रवाल भी जांच के घेरे में
अब तक 11.03 करोड़ रुपये की संपत्ति ज़ब्त
लगभग 900 करोड़ रुपये का घोटाला
परिचितों और रिश्तेदारों को दिए करोड़ों के टेंडर
ईडी के वकील अजात शत्रु मीना ने कोर्ट को बताया कि महेश जोशी के खिलाफ ईडी के पास ठोस साक्ष्य मौजूद हैं. आरोप है कि मंत्री रहते हुए महेश जोशी ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर अपने परिचितों और रिश्तेदारों की कंपनियों को करोड़ों के टेंडर दिलवाए.
कानूनी प्रक्रिया के तहत महेश जोशी का हर दिन मेडिकल चेकअप कराया जा रहा है. सरकारी अस्पताल के डॉक्टर उनके ब्लड प्रेशर और शुगर की नियमित जांच कर रहे हैं. ईडी 28 अप्रैल को महेश जोशी की रिमांड बढ़ाने के लिए भी कोर्ट में अर्जी लगा सकती है.
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