
ACB Action: राजस्थान में हाल ही में सीएम भजनलाल शर्मा ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) को भ्रष्ट अधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की खुली छूट देने की बात कही थी. इसके बाद एसीबी टीम की कार्रवाई भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है. इसके तहत लगातार रिश्वत लेने वाले कर्मचारियों पर शिकंजा कस रही है. ताजा मामले में एसीबी ने उदयपुर में बड़ी कार्रवाई की है. यहां एसीबी की टीम ने एक पटवारी को रिश्वत लेते रंगे हाथ ट्रैप किया है. वहीं गिरफ्तारी कर उसके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है.
बताया जा रहा है कि उदयपुर के वल्लभनगर तहसील के पटवारी राजेश मीणा को 10000 रुपये रिश्वत लेते एसीबी की इंटेलीजेंस यूनिट ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया है.
12000 रुपये रिश्वत की डील
एसीबी के अनुसार, रमेशचन्द्र डांगी ने 14 जुलाई, 2025 को ACB में शिकायत दर्ज कराई थी. जिसमें उसने बताया था कि उससे भूमि बंटवारे के लिए कुल 15000 रुपये की रिश्वत मांगी थी. शिकायत में यह भी बताया कि उसने फरवरी 2025 में प्रभुलाल मेघवाल से करीब 5 बीघा जमीन खरीदी थी. जिसे उन्होंने अपने मित्र भरत मेघवाल के नाम पर करवाया था. यह जमीन शामिलाती खाते की थी, इसके बाद रमेशचन्द्र ने पटवारी राजेश मीणा से संपर्क किया और बंटवारे के लिए आवेदन करने और काम करवाने को कहा. लेकिन पटवारी राजेश मीणा ने इस काम के लिए 15000 रुपये रिश्वत की मांग की और कहा कि पैसे नहीं दिये तो काम नहीं होगा. जिसके बाद डील 12000 रुपये में तय हुई.
वहीं एसीबी ने इस शिकायत पर सत्यापन करवाया तो 2000 रुपये लेते हुए पटवारी के खिलाफ रिश्वत का सत्यापन किया. वहीं 24 जुलाई को एसीबी की टीम ने जाल बिछाकर ट्रैप कार्रवाई की. जिसके बाद पटवारी राजेश मीणा को 10,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया.
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