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डिजिटल युग में आंखों की रोशनी को बचाने के अपनाए ये आसान उपाय

इन आसान उपायों को अपनाकर आप डिजिटल युग में भी अपनी आंखों की अच्छी सेहत बनाए रख सकते हैं और अपनी आंखों की रोशनी बचा सकते हैं. याद रखें, स्वस्थ आंखें ही स्वस्थ जीवन है!

डिजिटल युग में आंखों की रोशनी को बचाने के अपनाए ये आसान उपाय
(प्रतीकात्मक तस्वीर)

Save Eyesight: आजकल हमारी जिंदगी में डिजिटल स्क्रीन का बहुत बड़ा हिस्सा है. चाहे काम हो, पढ़ाई हो या फिर मनोरंजन, हम घंटों लैपटॉप, मोबाइल और टीवी स्क्रीन पर टकटकी लगाए रहते हैं. इस डिजिटल स्क्रीन टाइम का हमारी आंखों पर बुरा असर पड़ता है, जिससे आंखों की थकान, जलन, धुंधलापन और यहां तक कि मोतियाबिंद जैसी गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं. लेकिन घबराइए नहीं, कुछ आसान उपाय अपनाकर आप डिजिटल युग में भी अपनी आंखों की अच्छी सेहत बनाए रख सकते हैं.

  1. 20-20-20 नियम: हर 20 मिनट में 20 सेकंड का ब्रेक लें और 20 फीट दूर की किसी वस्तु पर ध्यान केंद्रित करें. यह आपकी आंखों को आराम देगा और थकान कम करेगा.
  2. स्क्रीन टाइम कम करें: जितना हो सके, स्क्रीन टाइम कम करने की कोशिश करें. जरूरी न हो तो फोन, लैपटॉप और टीवी का इस्तेमाल बंद रखें.
  3. स्क्रीन की रोशनी कम करें: स्क्रीन की चमक को कम करें और नाइट मोड का इस्तेमाल करें. यह आंखों से निकलने वाली नीली रोशनी को कम करता है, जो नींद में बाधा डाल सकती है और आंखों को थका सकती है.
  4.  आंखों को मॉइश्चराइज करें: बार-बार पलकें झपकाएं और कृत्रिम आंसू का इस्तेमाल करें. यह आंखों को सूखने से बचाएगा और जलन को कम करेगा.
  5. स्वस्थ भोजन खाएं: आंखों के लिए विटामिन A, C और E, ल्यूटिन और जेक्सैंथिन जैसे पोषक तत्व बहुत जरूरी होते हैं. हरी पत्तेदार सब्जियां, गाजर, शकरकंद, खट्टे फल और मछली इन पोषक तत्वों के अच्छे स्रोत हैं.
  6. धूप का चश्मा पहनें: जब आप बाहर निकलें तो धूप का चश्मा पहनें. यह धूप से निकलने वाली हानिकारक UV किरणों से आपकी आंखों को बचाएगा.
  7. नियमित रूप से आंखों की जांच करवाएं: साल में कम से कम एक बार अपनी आंखों की जांच जरूर करवाएं.  यह किसी भी समस्या का जल्दी पता लगाने और इलाज कराने में मदद करेगा.
  8. अच्छी नींद लें: हर रात 7-8 घंटे की नींद जरूर लें. नींद की कमी से आंखों की थकान और जलन हो सकती है.
  9.  धूम्रपान न करें: धूम्रपान आंखों के लिए बहुत हानिकारक होता है. यह मोतियाबिंद और मैकुलर डिजनरेशन जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ा देता है.
  10. शराब का सेवन कम करें: शराब का अत्यधिक सेवन भी आंखों के लिए हानिकारक होता है.

NOTE: (यह जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है और किसी भी तरह से चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है. यदि आपको ग्लूकोमा या आंखों की सेहत के बारे में कोई चिंता है, तो कृपया किसी योग्य स्वास्थ्य सेवा पेशेवर से परामर्श लें.)

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