Air Qulity Index: साफ हवा के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती. लेकिन हवा के प्रदूषित होने का सिलसिला लगातार जारी है. जो चिंता का विषय है. बुधवार को पूरे देश में दीपावली का त्योहार मनाया जा रहा है. दिवाली के दिन आतिशबाजी की परंपरा है. कई राज्यों में सरकार और प्रशासन ने वायु प्रदूषण की संभावित स्थिति को देखते हुए आतिशबाजी को प्रतिबंधित किया है. लेकिन इसके बाद भी जमकर पटाखे चलाए जा रहे हैं. इससे आबोहवा लगातार बिगड़ती जा रही है.
बात राजस्थान की करें तो राजस्थान के कई जिलों में दीपावली के दिन दोपहर बाद ही हवा की बेहद प्रदूषित हो चुकी थी. राजस्थान की राजधानी जयपुर में सबसे अधिक हवा जहरीली है. दोपहर तीन बजे जयपुर के मुरलीपुरा में AQI 363 रिकॉर्ड हुआ. आदर्श नगर में AQI 175, मानसरोवर में 231, कमिश्नरेट इलाके में 197, सीतापुरा में 272, शास्त्री नगर में 185 दर्ज किया गया.
जयपुर के अलावा राजस्थान के और भी कई जिलों में हवा गंभीर श्रेणी में है. राजसमंद में एक्यूआई 337, भिवाड़ी में 291, बीकानेर में 283, भरतपुर में 257, चुरू में 247, सीकर 237, हनुमानगढ़ में 235, धौलपुर 216 रिकॉर्ड किया गया.
दिल्ली में 350 पहुंचा एक्यूआई, कल और बिगड़ेगी स्थिति
बात देश की राजधानी दिल्ली की करें तो गुरुवार को दिल्ली की हवा का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 350 दर्ज किया गया. दीपावली के अगले दिन दिल्ली में स्थिति काफी खराब हो सकती है क्योंकि प्रतिबंध के बावजूद दीपावली की शाम बड़े पैमाने पर पटाखे जलाए जाने की आशंका है, जिससे वायु प्रदूषण बढ़ेगा. हालांकि, दिल्ली में आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा पटाखों पर बैन है.
जहरीली हवा से क्या होती है तकलीफ
गत वर्षों को देखें तो दीपावली के बाद दिल्ली की हवा काफी जहरीली हो जाती है और एक्यूआई 400 को पार कर जाता है जिससे लोगों को सांस लेने में तकलीफ होने लगती है. आंखों में जलन की शिकायत होने लगती है. सीने में दर्द की शिकायत भी देखने को मिलती है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, दिल्ली में गुरुवार सुबह 7:30 बजे तक औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 329 अंक बना हुआ है, जो गंभीर श्रेणी में आता है. आनंद विहार में एक्यूआई 419 दर्ज किया गया. दिल्ली के 32 इलाकों में एक्यूआई लेवल 300 से 400 के बीच में बना हुआ है.
प्रदूषित हवा से बचाव के लिए क्या करें
- प्रदूषित हवा से बचाव के लिए घर से बाहर निकलने के दौरान मास्क लगाना जरूरी है.
- आंखों को बचाने के लिए चश्मा का प्रयोग कर सकते हैं.
- ध्यान दें कि आंखों पर लगे चश्मे और चेहरे पर लगे मास्क को बार-बार न छूए.
- एक मास्क का प्रयोग बार-बार न करें. क्योंकि, इससे आप कई तरह के इंफेक्शन के शिकार हो सकते हैं.
- घर के बाहर धूल-मिट्टी न उड़ने दें. ज्यादा से ज्यादा घर के बाहर की सतह को गीला रखें.
- प्रदूषण के दौरान मॉर्निंग वॉक को अभी कुछ दिनों के लिए टाल दें क्योंकि प्रदूषित हवा में वॉक करना खतरनाक साबित हो सकता है.
IANS इनपुट के साथ