
Rajasthan News: अजमेर में पुष्कर के बीएसएफ जवान सागर सिंह रावत का उनके पैतृक गांव में सोमवार को सैन्य सलामी के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया है. बीएसएफ जवान के अंतिम विदाई में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे. इस दौरान हर किसी की आंखे नम रहीं और इलाके में चारों तरफ सागर के बहादुरी के ही चर्चा रहे. सागर सिंह रावत दो साल पहले बीएसएफ में भर्ती हुए थे. हिसार में उनकी संदिग्ध परिस्थितियों में सागर सिंह की मौत हो गई थी.
हिसार में संदिग्ध हाल में मौत
पुष्कर के गोवालिया किशनपुरा के रहने वाले सागर सिंह हिसार में बीएसएफ में तैनात थे. जहां पर संदिग्ध हाल में मौत के बाद सागर सिंह रावत का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव सागर का लाया गया. जैसे ही बीएसएफ के वाहन से सागर सिंह का शव उनके घर पहुंचा, परिवार में कोहराम मच गया. नम आंखों के साथ गांव और आसपास के लोगों ने भारत माता की जय और सागर सिंह अमरे रहे के नारे लगाए.

भारतीय सेना में है बड़ा भाई
इसके बाद सैन्य सलामी के साथ अंतिम विदाई दी गई. सागर सिंह का परिवार पूरी तरह देशभक्ति में रचा-बसा है. सागर के बड़े भाई भारतीय सेना के जवान हैं, जबकि उनके पिता गुमान सिंह एक किसान हैं. सागर का दो साल पहले ही बीएसएफ में चयन हुआ था. जवान बेटे की आकस्मिक मौत ने पूरे परिवार को गहरे दुख में डुबो दिया है.
अंतिम संस्कार में तिलोरा सरपंच समुंद सिंह रावत सहित सैकड़ों ग्रामीण शामिल हुए और सभी ने इस वीर सपूत को अश्रुपूरित नेत्रों से अंतिम विदाई दी. सागर सिंह की मौत के कारणों की जांच अभी जारी है. ग्रामीणों और परिजनों ने सरकार से मामले की गंभीरता से जांच की मांग की है.
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