
Ajmer market closed: अजमेर स्थित ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह के पास नला बाजार के व्यापारियों में आक्रोश है. व्यापारी दरगाह थाना पुलिस की कार्रवाई से बेहद नाराज हैं. बुधवार (20 अगस्त) रात को पुलिस द्वारा व्यापारियों के सामान जब्त करने और एक व्यापारी को थाने ले जाने के बाद माहौल गरमा गया. इस दौरान व्यापारियों ने जोरदार नारेबाजी करते हुए बाजार बंद कर दिया. गुरुवार को भी व्यापारियों ने बाजार बंद रखने की चेतावनी दी है. नला बाजार व्यापारी एसोसिएशन के अध्यक्ष हीरालाल जीनगर ने आरोप लगाया कि दरगाह थाना पुलिस आए दिन चालान के नाम पर 200 रुपये वसूलती है, लेकिन रसीद तक नहीं दी जाती. जब व्यापारी रसीद मांगते हैं तो उन्हें थाने बुला लिया जाता है.
व्यापारियों ने पुलिस पर लगाए आरोप
हीरालाल जीनगर ने कहा, "थाना प्रभारी का रवैया अनुचित और अपमानजनक है. उन्होंने तो यहां तक कह दिया कि हमारे खिलाफ शिकायत करने के बाद धंधा कर लोगे क्या?." व्यापारियों का कहना है कि उर्स के दौरान प्रशासन ने दुकानों के बाहर पट्टी तक सामान रखने की इजाजत दी थी, लेकिन पुलिस ने इसके बावजूद कार्रवाई शुरू कर दी.
पुलिस ने बताई अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई
इधर, दरगाह थाना प्रभारी दिनेश जीव नानी ने व्यापारियों के आरोपों को पूरी तरह निराधार बताया है. उनका कहना है कि ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में रोजाना हजारों की संख्या में जायरीन आते हैं और फुटपाथ पर ठेले एवं अवैध अतिक्रमण के कारण लोगों की आवाजाही प्रभावित होती है. ऐसे में फुटपाथ पर बैठने वालों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी, व्यापारियों के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई.
थाना प्रभारी ने आरोपों को नकारा, व्यापारी अड़े
थाना प्रभारी ने व्यापारियों के आरोपों को नकारते हुए कहा कि पुलिस की कार्रवाई केवल व्यवस्थाओं को सुचारू रखने के लिए है. जबकि व्यापारी दो टूक कह रहे हैं कि जब तक पुलिस की अवैध वसूली और दबाव की कार्रवाई बंद नहीं होगी, उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा.
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