चीन में फैली अनजान बीमारी से राजस्थान में भी अलर्ट हैं. इस बीमारी से छोटे बच्चों की सांस रुक जाती है. मरीज बढ़ने के बाद देशभर में अलर्ट जारी किया गया है. अजमेर के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के चिकित्सकों का कहना है कि दशहरा व होली के बाद हर साल दो बार एलर्जी के मरीजों में सांस फूलने के लक्षण दिखाई देते हैं. अस्पताल अधीक्षक डॉक्टर नीरज गुप्ता ने कहा कि फिलहाल अजमेर में इसका कोई मरीज चिन्हित नहीं हुआ है, बीमारी से डरने की बजाय सावधानी बरतनी की आवश्यकता है.
बच्चों को प्रभावित करता है ये वायरस
डॉक्टर ने कहा चीन में सांस संबंधी बीमारी से बच्चों का प्रभावित होना माइक्रो प्लाज्मा और लिलीयोलीनो आर एस वि जैसे पैंथोजेंस की वजह से है. यह युवाओं के मुकाबले बच्चों को अधिक प्रभावित करता है, मौसम बदलने और तापमान में गिरावट से वायरस सक्रिय हो जाता है, सांस फूलना खांसी बुखार व बलगम यदि सामान्य गाढ़ा आ रहा है, तो सामान्य स्थिति है, यदि पीला हरा बलगम आ रहा है तो चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए.
संदिग्ध मरीजों को होम क्वॉरेंटाइन करने के आदेश
चीन में श्वसन निमोनिया के लगातार मामले बढ़ने के बाद सरकार ने एस ओ पी जारी कर दी है. चिकित्सा अधिकारियों को S O P को लेकर कार्य शुरू करने के निर्देश राज्य सरकार ने जारी किए हैं, सीएमएचओ डॉक्टर अनुज पीगोलिया ने बताया कि कोविड-19 की तीनों लहरों की तरह ही निमोनिया के मामले में भी गाइडलाइन जारी की गई है.
चीन या दूसरे देशों से घूम कर आने वाले सभी पर्यटकों की अब जांच की जाएगी, कम से कम एयरपोर्ट पर 2% यात्रियों की जांच की जाएगी. एयरपोर्ट प्रबंधन को जिम्मेदारी दी गई है कि वह हर यात्री की रिपोर्ट विशेष तौर पर जो चीन से होते हुए दूसरे राज्यों में घूम कर भारत आ रहे हैं ,उनकी जांच की जाए इस दौरान रिपोर्ट पॉजीटिव आने पर हम क्वॉरेंटाइन भी किए जाएंगे.
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