Rajasthan News: बालोतरा जिले की अनीता ने मरते-मरते चार लोगों की ज़िंदगी रोशन कर गई गई. बीते दिनों सड़क दुर्घटना में ब्रेनडेड घोषित की गई थी. इसके बाद उनके अंगों को हवाई मार्ग से जयपुर एसएमएस हॉस्पिटल में भिजवाया गया, जहां पर मरीज को सफल ट्रांसप्लांट किया गया. अनिता और उसके परिजनों की यह पहल समाज के लिए प्रेरणा दायक है, जिसकी लोग तारीफें भी कर रहें हैं.
16 जुलाई को दुर्घटना का हुई थी शिकार
जानकारी के अनुसार, अनीता बीते 16 जुलाई को एक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गई. इसके बाद उन्हें घायल अवस्था में जोधपुर एम्स हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया, लेकिन अनिता की हालत इतनी नाजुक थी कि 18 जुलाई को डॉक्टर ने उसे ब्रेनडेड घोषित कर दिया. इस हादसे ने परिवार के लोगों को झकझोंर दिया. डॉक्टर ने परिजनों को अनिता के अंगों को दान करने की अपील की, फिर भी परिजन नहीं माने, लेकिन बाद में परिजन उसके अंग दान करने के लिए राजी हुए थे.
डॉक्टरों ने जब अनिता की बॉडी की जांच की तो हार्ट, किडनी और लीवर काम कर रहे थे. इस पर डॉक्टरों ने जयपुर एसएमएस हॉस्पिटल में इसके लिए संपर्क किया. उसके बाद जयपुर में लीवर और हार्ट जयपुर में एयरप्लेन के माध्यम से जयपुर लाया गया. सोटो की लिस्ट में शामिल पूजा सैन को बुलाया गया, जिनका हार्ट पूरी तरह डैमेज हो चुका था और डॉक्टरों ने हार्ट ट्रांसप्लांट की सलाह दी थी.
ग्रीन कॉरिडोर बनाकर मिशन को किया पूरा
परिजनों की अनुमति मिलने के बाद SMS कॉलेज के प्राचार्य दीपक माहेश्वरी ने सारी औपचारिकताएं पूरी करवाईं और जयपुर की टीम जोधपुर के लिए रवाना हुई. जोधपुर से हार्ट को ग्रीन कॉरिडोर बनाकर जयपुर एयरपोर्ट लाया गया और वहां से ग्रीन कॉरिडोर के माध्यम से SMS अस्पताल पहुंचाया गया. पहली बार जयपुर के अलावा अन्य ज़िले से लाकर हार्ट को ट्रांसप्लांट किया गया है. हर किसी ने ग्रीन कॉरिडोर बनाकर इस मिशन को पूरा किया गया.
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